आंवले का फल बहुत गुणकारी होता है, इसमें आयरन और विटामिन C प्रचुर मात्रा में पाया जाते है. आंवले का मुरब्बा बहुत ही स्वादिष्ट होता है. आंवला सर्दी के मौसम में ही बाजार में मिलता है और इसी मौसम में हम इससे अचार या मुरब्बा बना कर रख सकते हैं. आंवले का मुरब्बा यदि गरमी में रोजाना खायें तो यह बहुत तरावट देने वाला और दिमाग को ताकत देने वाला होता है. मुरब्बे के लिये आवले अच्छी तरह से पके हों और उनमें कोई दाग वगैरह न हो. Amla Murabba Recipe
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आंवला मुरब्बा एक स्वास्थकारी चटनी की तरह हैं जिसे आंवले का उपयोग कर बनाया जाता है। आंवला विटामिन, मिनरल्स और एंटीओक्सिडेंट से समृद्ध होता है। आंवला स्वास्थकारी फ़ायदे से समृद्ध होता है और साथ ही पाचन के लिए भी सहायक होता है। आंवले का आचार और चटनी दोनों ही हमारे स्वास्थ के लिए लाभदायक होते है। विशेषतः बच्चो को आंवले की चटनी बहुत पसंद आती है।
इस भारतीय डिश को हम कच्चे आंवले का उपयोग कर बना सकते है आंवले का मुरब्बा बनाने की विधि भी बताई गयी है। इस प्रक्रिया में आंवले को सबसे पहले शक्कर की चासनी में भिगोया जाता है। इस मुरब्बे का आप कई दिनों तक रख सकते है।

आवश्यक सामग्री –
आंवले – 1 किग्रा.( 25 -30)
चीनी – 1.5 किग्रा.(7.5 कप)
इलाइची (छील कर पीस लें) – 8-10
केसर – आधा छोटी चम्मच (यदि आप चाहें)
काली मिर्च –आधा छोटी चम्मच
काला नमक – 1 छोटी चम्मच
फिटकरी – आधा चम्मच
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बनाने की विधि –
मुरब्बा के लिये आंवले पके हुये, अच्छे फल लेने चाहिये. आंवलों को पानी 2 दिन के लिये भिगो दीजिये, आंवले पानी से निकालिये और इन्हैं कांटे से गोद लीजिये.
गोदे हुये आंवले फिटकरी के पानी में डालकर 2 दिन तक भीगने दीजिये, आंवलों को फिटकरी के पानी से निकाल कर अच्छी तरह 2 बार धो लीजिये.
एक भगोने में एक लीटर पानी लेकर गरम कीजिये. पानी में उबाल आने पर गोदे हुये आंवले पानी में डालिये फिर से उबाल आने दीजिये, 2 मिनिट बाद गैस बन्द कर दीजिये, आंवलों को 10 मिनिट के लिये ढककर रख दीजिये.
आंवलों को पानी से निकाल कर चलनी में रखकर पानी निकल जाने दीजिये.
किसी स्टील के बर्तन में चीनी और 1/2 लीटर पानी डालकर चाशनी बनाइये. आंवलों को चाशनी में डालकर पकाइये।
जब आंवले अच्छी तरह गल जाएं, और चाशनी शहद की तरह गाढ़ी हो जाय तो मुरब्बा को ठंडा होने दीजिये
इसे 1-2 दिन बाद चैक कीजिये कि चाशनी पतली तो नहीं हो गई है.
अगर चाशनी पतली लग रही है तो मुरब्बा को फिर से चाशनी गाढ़ी होने तक पका लीजिये
अब ठंडा होने पर इसमें, इलाइची, काली मिर्च, काला नमक और केसर डालकर मिला दीजिये.

आंवले का मुरब्बा बनाने की दूसरी विधि :
उबाले हुये आंवले को किसी बड़े बर्तन में डालकर चीनी ऊपर से डालकर भर कर ढक रख दीजिये.
4-5 घंटे बाद आंवले का जूस निकल कर चीनी को घोलकर चाशनी बनाने लगता है, और अब हम उसी चाशनी में आंवले को पका कर मुरब्बा बना लें.
आंवले का मुरब्बा तैयार है, आंवले का मुरब्बा यदि अच्छी तरह पक गया है तब यह मुरब्बा 2 साल तक भी खराब होने वाला नहीं है.
कांच के सूखे कन्टेनर में ये मुरब्बा भरकर रख लीजिये और जब भी आपका मन हो कन्टेनर से मुरब्बा निकालिये और खाइये.
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सावधानी-
पानी में आंवले देर तक न पकायें, वे टूट जायेंगे.
आंवले की चाशनी को अच्छी तरह पका लीजिये नहीं तो मुरब्बा जल्दी खराब हो सकता है
यदि कभी चाशनी पतली हो रही हो तो आप फिर से पका कर भी गाढी कर सकते हैं.
आंवले को फोर्क की सहायता से अच्छी तरह गोद लीजिये, मुरब्बा नरम बनेगा और चाशनी भी जल्दी ही उसके अन्दर चली जायेगी.