बांझपन या इनफर्टिलिटी एक ऐसी समस्या है जिस पर कोई खुलकर बात नहीं करता है। जबकि बांझपन दूर करने के घरेलू उपाय मौजूद हैं जो कि काफी प्रभावी हैं। बांझपन की समस्या से बहुत से विवाहित जोड़े प्रभावित हैं। क्योंकि बांझपन की समस्या महिला या पुरुष दोनों को हो सकती है। जिससे उनमें बच्चों को जन्म देने की क्षमता कम या खत्म हो सकती है। हालांकि अधिकांश मामलों में ये लक्षण स्थाई नहीं होते हैं। इसका मतलब यह है कि कुछ मामलों में बांझपन को घरेलू उपाय से ठीक किया जा सकता है। इस लेख में आप बांझपन दूर करने घरेलू उपाय जानेगें। Home Remedies For Infertility
एक महिला के जीवन की सबसे महत्वपूर्ण चीज होती है उसका मां बनना। कहा जाता है कि जब कोई महिला मां बनती है तो वह पूर्ण रुप से नारी कहलाती है। मां बनने का जो सुख होता है, शायद ही वो सुख किसी और चीज में हो। एक बच्चे का स्पर्श मां को किसी भी परेशानी से सुकून दिला देता है, लेकिन अगर कोई महिला मां नही बन पाती है तो समाज उसे कई नामों से बुलाता है। उसे परेशान करता है। ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करता है कि उसका जीना हराम हो जाता है। यह समाज उस महिला के दर्द को नहीं समझ पाता। इस बांझपर ने छुटकारा पाने के लिए वह कई प्रयास करती है।
इन उपायों से तो कभी-कभी हमें फायदा मिल जाता है। लेकिन आप जानते है कि कुछ फल ऐसे होते है जिनको खाने से आपको इस समस्या से निजात मिल जाएगा। और आप मातृत्व का सुकून पा सकती है। जानिए क्यों होता है बांझपन और किन फलों के सेवन से इससे निजात पा सकते है। एक साल तक प्रयास करते रहने के बाद अगर गर्भधारण नहीं होता तो उसे बांझपन कहते हैं। बांझपन, प्रजनन प्रणाली की एक बीमारी है जिसके कारण किसी महिला के गर्भधारण में विकृति आ जाती है।
गर्भधारण एक जटिल प्रक्रिया है जो कई बातों पर निर्भर करती है जैसे: पुरुष द्वारा स्वस्थ शुक्राणु तथा महिला द्वारा स्वस्थ अंडों का उत्पादन, अबाधित गर्भ नलिकाएं ताकि शुक्राणु बिना किसी रुकावट के अंडों तक पहुंच सके, मिलने के बाद अंडों को निषेचित करने की शुक्राणु की क्षमता, निषेचित अंडे की महिला के गर्भाशय में स्थापित होने की क्षमता तथा गर्भाशय की स्थिति।अंत में गर्भ के पूरी अवधि तक जारी रखने के लिए गर्भाशय का स्वस्थ होना और भ्रूण के विकास के लिए महिला के हार्मोन का अनुकूल होना जरूरी होता है। इनमें से किसी एक में विकृति आने का परिणाम बांझपन हो सकता है।
विषयसूची :
प्रजनन क्षमता बढ़ाने के उपाय –
महिला और पुरुषों की प्रजनन क्षमता बढ़ाने के लिए चिकित्सीय उपचार लिया जा सकता है। ये उपचार बहुत ही प्रभावी होते हैं। हालांकि बांझपन को दूर करने के लिए कुछ आयुर्वेदिक घरेलू उपचार भी मौजूद हैं जो इस समस्या को अच्छी तरह से दूर कर सकते हैं। इसके अलावा इन उपचारों से अन्य प्रकार की शारीरिक समस्याओं को भी दूर किया जा सकता है। क्योंकि प्रजनन क्षमता बढ़ाने के लिए बहुत ही प्रभावी जड़ी बूटीयों का उपयोग किया जाता है। इन घरेलू उपचारों का एक और फायदा यह है कि इनके कोई गंभीर दुष्प्रभाव नहीं होते हैं। आइए जाने बांझपन दूर करने के उपाय क्या हैं।
माका रूट –
महिलाओं के साथ ही साथ पुरुषों में भी बांझपन का इलाज करने के लिए माका रूट का उपयोग किया जाता है। यह जड़ी बूटी शरीर में अच्छे हार्मोन को बढ़ावा देने के लिए जानी जाती है। माका रूट का उपयोग विशेष रूप से हाइपोथायरायडिज्म (hypothyroidism) से ग्रसित महिलाओं के लिए लाभकारी होता है। अपनी प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के लिए माका रूट पाउडर को गर्म दूध या गर्म पानी के साथ मिलाकर सेवन करना अच्छा तरीका हो सकता है। इसके अलावा आप अपने नाश्ते के साथ भी माका रूट को शामिल कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं। लेकिन जब आप गर्भवती हों तो माका रूट का सेवन न करें।
अल्फाल्फा –
बहुत से लोग प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के घरेलू उपाय के रूप में अल्फाल्फा का सेवन करते हैं। क्योंकि इस खाद्य पदार्थ में बहुत से विटामिन और खनिज पदार्थ की उच्च मात्रा होती है। इसमें विटामिन ए, विटामिन ई, विटामिन डी और विटामिन एल होते हैं। इनके अलावा इसमें 8 प्रकार के पाचक एंजाइम भी होते हैं। इस तरह से अल्फाल्फा का सेवन शरीर के लिए औषधी का काम करता है। अल्फाल्फा शरीर में एस्ट्रोजन के स्तर को उचित स्तर में रखता है साथ ही हार्मोन को संतुलित करता है। जिसके कारण इसे फाइटोएस्ट्रोजन कहा जाता है। शारीरिक कमजोरियों और बांझपन को दूर करने के लिए अल्फाल्फा का सेवन फायदेमंद होता है।
अनार –
अनार लंबे और स्वस्थ जीवन के लिए एक प्राकृतिक पूरक की तरह है। इसके अलावा, यह गर्भवती महिलाओं में वृद्धि की दर के साथ-साथ प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में सफल होने के लिए जाना जाता है। अनार रक्त के प्रवाह को गर्भाशय तक बढ़ाता है। यह सीधे गर्भाशय के अस्तर को मोटा और मजबूत बनाने का कार्य करता है, जिसके परिणामस्वरूप, गर्भपात को होने से रोका जाता है। अनार के सेवन से एक मजबूत और सुरक्षित गर्भाशय के साथ, भ्रूण अब स्वस्थ तरीके से विकसित हो सकता है। बांझपन दूर करने के लिए कुछ हफ्तों के लिए अनार को ताजे, या अनार के रस का सेवन करना चाहिए।
सिंहपर्णी –
प्रजनन क्षमता की कमी को ही बांझपन कहा जा सकता है। लेकिन अधिकांश मामलों में इन समस्याओं का घरेलू उपचार किया जा सकता है। क्योंकि ये समस्या अधिक स्थाई नहीं है, यह शारीरिक कमजोरी के कारण हो सकती हैं। बांझपन दूर करने के लिए आप सिंहपर्णी का उपयोग किया जा सकता है। सिंहपर्णी श्लेष्म झिल्ली के स्राव को उत्तेजित कर सकता है। सिंहपर्णी स्वाद में कड़वा होता है लेकिन इसमें विटामिन और खनिज पदार्थ की उच्च मात्रा होती है। इसके पत्तों में मूत्रवर्धक गुण होते हैं जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर करने मे सहायक होते हैं। नियमित रूप से सिंहपर्णी का सेवन करने से शरीर में हार्मोनल संतुलन बना रहता है। जिससे बांझपन की समस्या का प्रभावी इलाज किया जा सकता है।
सौंफ और मक्खन –
जिन महिला या पुरुष का वजन बहुत अधिक होता है उनमें बांझपन की संभावना अधिक होती है। लेकिन ऐसी स्थिति का इलाज करने के लिए सौंफ का उपयोग किया जा सकता है। इसके लिए आप सौंफ के पाउडर के साथ शुद्ध मक्खन का सेवन कर सकते हैं। नियमित रूप से कुछ दिनों तक मक्खन और सौंफ पाउडर के मिश्रण से तैयार पेय पीने से बांझपन को दूर किया जा सकता है। यह प्रजनन क्षमता को बढ़ावा देने का सबसे प्रभावी घरेलू उपचार माना जाता है।
अश्वगंधा –
कुछ ऐसी जड़ी बूटीयां या औषधी हैं जो महिला और पुरुषों दोनों में बांझपन दूर करने में मदद करती है। अश्वगंधा भी ऐसी ही जड़ी बूटी है जो प्राचीन समय से यौन समस्याओं को दूर करने में उपयोग की जा रही है। अश्वगंधा का नियमित सेवन करने से शरीर की प्रतिरक्षा शक्ति को बढ़ाया जा सकता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व और अन्य घटक शरीर में यौन क्षमता को प्रभावित करने वाले हार्मोन को संतुलित करते हैं। इस तरह से बांझपन दूर करने के घरेलू उपाय के रूप में अश्वगंधा का उपयोग किया जा सकता है।
सेंधा नमक –
अक्सर देखा जाता है कि बांझपन का इलाज करने के लिए चिकित्सीय दवाओं का उपयोग किया जाता है। जबकि इस समस्या का प्रभावी इलाज घरेलू उपायों से भी किया जा सकता है। बांझपन दूर करने के घरेलू उपाय के रूप में सेंधा नमक बहुत ही प्रभावी होता है। इसके लिए आप बाजार में मिलने वाले सेंधा नमक को रात भर 1 गिलास पानी में घुलने दें। अगली सुबह इस पानी का सेवन करें। नियमित रूप से 5 से 6 माह तक ऐसा करने से महिला बांझपन को दूर किया जा सकता है। यह पानी महिलाओं में मासिक धर्म की समस्या को दूर करता है। जिसके परिणामस्वरूप बेहतर और स्वस्थ्य गर्भाशय होता है।
खजूर से –
न केवल खजूर बेहद स्वादिष्ट होते हैं, उनमें विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व होते हैं जो गर्भाधान का समर्थन करते हैं। खजूर के अंदर विटामिन ए, विटामिन ई, विटामिन बी, और कई खनिज प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। ये सभी एक महिला को गर्भ धारण करने के लिए आवश्यक हैं, साथ ही साथ अंत तक एक स्वस्थ गर्भावस्था बनाये रखने में सहायक होते है। खजूर कब्ज के उपचार और मल त्याग को नियमित करने में भी मदद करते हैं। खजूर और धनिया की जड़ का पेस्ट बनाकर, इसे गाय के दूध के साथ उबालकर, रोजाना पीना आपके पीरियड के लिए बेहद फायदेमंद है।
दालचीनी –
प्रजनन क्षमता को बढ़ाने और बांझपन दूर करने के घरेलू उपाय के लिए दालचीनी अच्छा विकल्प है। यह पीओएस से ग्रसित महिलाओं के मासिक धर्म चक्र में सुधार के साथ ही अंडाशय के उचित कामकाज को भी बढ़ाता है। महिला प्रजनन क्षमता को कम करने वाले बहुत से कारण होते हैं जैसे मासिक धर्म की अनुपस्थिति, गर्भाशय में फाइब्रॉएड, एंडोमेट्रियोसिस आदि। इन सभी समस्याओं को दूर करने के लिए दालचीनी मदद कर सकती है। इसके अलावा यह पुरुषों में भी कामेच्छा को बढ़ाने में सहायक होती है। दालचीनी का उपयोग खमीर से संबंधित संक्रमणों को रोकने में भी किया जा सकता है। नियमित रूप से दालचीनी पाउडर को गर्म पानी के साथ पीना बांझपन दूर करने के प्रभावी घरेलू उपाय में से एक है।
बरगद की जड़ –
महिला बांझपन को दूर करने के लिए बरगद की जड़ प्रभावी उपचार माना जाता है। आयुर्वेद में बांझपन सहित अन्य कई समस्याओं के उपचार के लिए इस औषधी का व्यापक उपयोग किया जाता है। शारीरिक यौन कमजोरी दूर करने के लिए बरगद की जड़ का उपयोग इस प्रकार किया जा सकता है।
आप बरगद की ताजा जड़ों को खोदें और इसे कुछ दिनों तक धूप में सूखने दें। इन सूखी हुई जड़ों को अच्छी तरह से पीसकर महीन पाउडर तैयार करें और किसी हवा बंद डिब्बे में रख लें। नियमित रूप से इस पाउडर को 1 गिलास दूध में 1 से 2 चम्मच मिलाएं। इस मिश्रण को पीरियड्स खत्म होने के बाद लगातार 3 दिनों तक खाली पेट सेवन करें। इस मिश्रण का सवेन करने के कुछ घंटे बाद तक कुछ भी न खाएं। कुछ महिने तक इस जड़ी बूटी का उपयोग करने से महिलाओं को फायदा हो सकता है। बरगद की जड़ महिला बांझपन को दूर करने के घरेलू उपाय में से एक है।
जायफल और चीनी –
औषधीय गुणों से भरपूर जायफल महिला बांझपन को दूर करने में मदद कर सकता है। जिन महिलाओं की प्रजनन क्षमता कम होती है उनके लिए यह सबसे अच्छे घरेलू उपाय में से एक है। इसके लिए आप जायफल और चीनी का इस्तेमाल कर सकते हैं। आप जायफल को लें और इसका पाउडर तैयार करें। इसी तरह से चीनी पाउडर तैयार किया जाना चाहिए। जायफल और चीनी की बराबर मात्रा (लगभग 3 – 3 ग्राम) लें और अच्छी तरह से मिलाएं। मासिक धर्म के दौरान महिलाएं प्रतिदिन 1 कप दूध के साथ इस मिश्रण का सेवन करें। मिश्रण को पीरियड्स के पहले दिन से लेकर 8 वे दिन तक नियमित रूप से पीना फायदेमंद होता है।
फिटकरी –
यदि आपका मासिक धर्म चक्र सुचारू और समय पर है फिर भी आप गर्भवती नहीं हो पा रहे हैं तो फिटकरी का उपयोग करें। इसके लिए आप रूई के बीच फिटकरी के टुकड़े को रखें। इस रूई को रात में सोते समय योनि के अंदर इस रूई को रखें। अगली सुबह रूई में आपको सफेद परत मिलेगी। लेकिन आप इस प्रकिया को तब तक दोहराएं जब तक रूई में सफेद परत दूर न हो जाए। जब सफेद परत का दिखना बंद हो जाए इसका मतलब है कि आप गर्भवती होने के लिए तैयार हैं। इसके बाद इस प्रक्रिया को बंद कर दें और बच्चे के लिए प्रयास करना शुरू कर दें।
अंगूर का रस –
पुरुषों में मर्दाना ताकत के लिए विटामिन सी जरूरी है। अंगूर के अर्क के साथ एक अद्भुत संयोजन है जो पुरुष प्रजनन क्षमता को बढ़ाता है। अंगूर का रस वास्तव में मजबूत एंटीऑक्सीडेंट गुणों को शामिल करने के लिए जाना जाता है। ये नर शुक्राणुओं को अतिरिक्त ताकत और सुरक्षा प्रदान करते हैं, जिससे उनके जीवनकाल में वृद्धि होती है और महिला के अंडे तक पहुंचने और उसके निषेचन तक जीवित रहने की संभावना बढ़ जाती है।
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