प्रेगनेंसी में महिलाओं को खुजली की शिकायत आम बात है। गर्भवती का शरीर जब बढ़ता है, तो त्वचा खिंच सी जाती है। इससे उनके शरीर में खुजली की समस्या पैदा होती है। त्वचा में खुजलाहट होना और हद से ज़्यादा होना समस्या का कारण बन सकता हैं। प्रेगनेंसी में शरीर के किसी भी भाग में खुजली हो सकती है। यह पैर, पीठ, हाथ, हथेली आदि कहीं भी हो सकती है। शरीर में अधिक खुजली होने से त्वचा कट भी सकती है, जहां इन्फेक्शंस होने का खतरा बढ़ जाता है। आयुर्वेदाचार्य डॉ बसंत कुमार सिंह का कहना है कि घरेलू नुस्खों से खुजलाहट पर नियंत्रण पाया जा सकता है। यहां पर कुछ ऐसे घरेलू उपाय बताये जा रहे हैं, जिन्हें अपनाकर महिलाएं खुजली की समस्या पर काबू पा सकती हैं। Get Rid of Itching During Pregnancy
प्रेग्नेंसी के दौरान अक्सर महिलाओं को पेट के आसपास काफी खुजली यानी इचिंग होती है। इचिंग कई बार इतनी होती है कि वो बार-बार हाथों से इंचिंग वाले भाग को खुजलाती हैं। हालांकि, खुजलाने से बचना चाहिए वरना त्वचा पर मार्क्स पड़ जाते हैं।
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विषयसूची :
आम है इचिंग की समस्या :
प्रेग्नेंसी के आखिरी 8वें और 9वें महीने में कुछ महिलाओं को इचिंग की समस्या काफी बढ़ जाती है, तो कुछ को यह बिल्कुल नहीं होती। खुजली अधिक हो, तो इसे नजरअंदाज करना ठीक नहीं है। कई बार अधिक इचिंग आपके साथ-साथ पेट में पल रहे बच्चे के लिए भी खतरनाक साबित हो सकता है। इचिंग को गंभीरता से लिया जाना चाहिए।
इचिंग होती है नुकसानदायक :
जब गर्भ में पल रहा शिशु का विकास होता है, उसका आकार बढ़ने लगता है, तो पेट की त्वचा पर खुजली होती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि शिशु के बढ़ने से पेट की त्वचा में खिंचाव होने लगता है, जिससे त्वचा ड्राई हो जाती है। रक्त संचार बढ़ने से भी यह परेशानी होने लगती है। जब आपको कोलेस्टेसिस ऑफ प्रेग्नेंसी (cholestasis) हो, तो समस्या गंभीर हो सकती है। यह एक लीवर से संबंधित समस्या है, जो कई महिलाओं में प्रेग्नेंसी के दौरान होती है। यह लीवर की एंजाइम में गड़बड़ी होने के कारण होता है। इसमें पेट के साथ-साथ हाथों एवं पैरों में तेज खुजली होने लगती है। ऐसी स्थिति में डॉक्टर से जरूर संपर्क करना चाहिए।
इचिंग से यूं पाएं राहत –
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नारियल तेल :
नारियल तेल स्किन पर होने वाली इचिंग को दूर करती है, क्योंकि इसमें फैटी एसिड होता है। दिन में दो से तीन बार खुजली वाली जगहों पर नारियल तेल लगाएं। नहाने के बाद भी इस तेल को जरूर लगाएं।
एलोवेरा जेल :
प्रेग्नेंसी में होने वाली खुजली से आराम पाने के लिए एलोवेरा जेल भी एक नेचुरल इलाज है। इसका जेल त्वचा को ठंढक प्रदान करता है। इसे अप्लाई करने से आप स्ट्रेच मार्क से भी बची रहेंगी। जिस जगह पर भी इचिंग हो रही है, वहां जेल लगाएं और एक घंटे तक छोड़ दें। आप इसे रात में भी लगाकर सो सकती हैं और सुबह में नहा लें।
पेट्रोलियम जैली :
खुजली से निजात पाने के पेट्रोलियम जैली भी अच्छा साधन है। इसे आराम से महिलाये अपना सकती हैं। इसमें कोई केमिकल नहीं मिला होता जिनसे आपको नुकसान पहुंचे। यह बहुत ही सूदिंग होता हैं जिसे लगाने से खुजली से आराम तो मिलता ही है, साथ में आपकी त्वचा को भी मुलायम रखता हैं।
नींबू का रस :
खुजली से छुटकारा पाने के लिए गर्भवती महिला तेल में कुछ बूंद नींबू का रस डाल कर शरीर में खुजली के एरिया पर लगाये। इससे आपको खुजली से निजात मिल जायेगा। नींबू खुजली के लिए बहुत -ही असरदार उपचार हैं।
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तुलसी का पत्ता :
तुलसी के पत्ते या रस को खुजली एरिया पर लगाने से आराम मिलता है। तुलसी में थाइमोल एजेनॉल युगेनॉल एवं कैंफर तत्व अधिक मात्रा में पाया जाता है। जिससे खुजली को मात दिया जा सकता हैं। महिला अगर नहाने के पानी में तुलसी का रस डालकर नहा लें तो राहत मिलेगी।तुलसी का रस निकालकर जहां पर खुजली हो रही हो, शरीर के उस भाग पर रुई के सहारे शरीर पर लगाये जिनसे खुजली को आराम मिल जायेगा।
एप्पल साइडर विनेगर :
खुजली एरिया पर गर्भवती महिला एप्पल साइडर विनेगर को रुई में डुबोकर कर लगाने से खुजली से निजात पा सकती है।
हल्दी एवं सरसों के तेल का लेप :
खुजली से छुटकारा पाने के लिए गर्भवती महिलायें खुजली एरिया पर इस लेप को लगायें। क्योंकि हल्दी को एन्टीसेफ्टिक और एंटीबॉयटिक के लिए सबसे अच्छा माना जाता हैं और सरसों के तेल में संक्रमण खत्म करने की अधिक शक्ति होती है। इसे लगाकर खुजली से छुटकारा पा सकते हैं।
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नीम की पत्ती :
नीम की पत्ती को पानी में उबाल कर नहाने से खुजली से आराम मिल सकता हैं। नीम ऐसा औषधि है, जिससे उपचार से खुजली से निजात मिल सकता हैं। शरीर पर पड़े दाग ,धब्बे आदि के लिए भी नीम की पत्ती कामगार साबित हुई है।
ठंडे पानी से नहाएं :
प्रेग्नेंसी में थकान बहुत मसहूस होती है। थकान दूर करने के लिए आप गुनगुने पानी से स्नान करती हैं, तो ऐसा बिल्कुल भी न करें। खासकर तब, जब आपको खुजली हो रही हो। ठंढे पानी से ही स्नान करें। इससे त्वचा रूखी नहीं होगी।
टाइट कपड़े ना पहनें :
प्रेग्नेंसी के दिनों में अधिक टाइट कपड़े ना पहनें खासकर गर्मी के मौसम में। इससे पसानी होता है। कपड़े गीले रहते हैं और बैक्टीरिया को जन्म देते हैं। इससे स्किन पर खुजली, रैशेज या दाने भी हो सकते हैं।बेहतर होगा कि आप कॉटन के ढीले कपड़े पहनें। इससे खुजली की समस्या से आप बची रहेंगी और आराम भी महसूस होगा।