शादी के 37 साल बाद भी क्यों अनुपम खेर कभी पिता नहीं बन पाए? पत्नी किरण खेर ने बताई वजह

हेलो फ्रेंड्स, बॉलीवुड एक्ट्रेस किरण (Happy Birthday Kirron Kher) खेर 70 साल की हो गई हैं। 14 जून 1952 को जन्मी किरण अनुपम खेर की पत्नी हैं। लेकिन वे कभी अनुपम खेर के बच्चे की मां नहीं बन सकीं। ऐसा नहीं है कि उन्होंने इसकी कोशिश नहीं की। खुद किरण ने इस बारे में एक बातचीत में खुलासा किया था। उन्होंने 1973 में पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से अंग्रेजी साहित्य विषय से मास्टर ऑफ आर्ट्स की डिग्री हासिल की।

किरण ने 2013 में एक इंटरव्यू में कहा था, “ऐसा नहीं है कि हमने कोशिश नहीं की। मैं भी चाहती थी कि सिकंदर का कोई भाई-बहन हो। इसलिए हमने कोशिश की। यहां तक चिकित्सकीय परामर्श भी लिया। लेकिन सारे प्रयास असफल रहे। किसी चीज़ का कोई फायदा नहीं हुआ।

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अनुपम ने 2013 में एक इंटरव्यू में कहा था, “सिकंदर उस वक्त 4 साल का था, जब वह मेरे पास आया था। वह मुझे बहुत प्यार करता है, मुझे सम्मान देता है और मेरे लिए दोस्त जैसा है। ठीक उसी तरह जिस तरह मैं अपने पिता के लिए था। लेकिन अगर मैं यह कहूं कि मुझे अपने बच्चे की कमी नहीं खलती तो मैं झूठ बोलूंगा और मैं इसके बारे में कुछ नहीं कर सकता। कभी-कभी मैं अपने बच्चे का बड़ा होते देखना और खुश होना बहुत याद करता हूं।”

किरण खेर (किरण ठाकुर सिंह) की पहली शादी बिजनेसमैन गौतम बैरी से हुई थी, जो महज 6 साल चली थी। सिकंदर किरण और गौतम बैरी के ही बेटे हैं। उस वक्त सिकंदर महज 4 साल के थे, जब किरण ने गौतम से तलाक लेकर अनुपम खेर से शादी की थी।

वैसे अनुपम खेर की भी यह दूसरी शादी ही थी। उनकी पहली शादी 1979 में जिस लड़की से हुई थी, उसका नाम मधुमालती था। बताया जाता है कि अनुपम की यह शादी उनके परिवार ने कराई थी। लेकिन खुद अनुपम इससे खुश नहीं थे।

anupam kher and kirron kher
Happy Birthday Kirron Kher

अनुपम खेर और किरण खेर का साथ 37 साल से भी ज्यादा है। लेकिन बावजूद इसके उन्होंने बतौर कपल सिर्फ एक फिल्म में काम किया है और वह है ‘टोटल सियापा’, जो 2014 में रिलीज हुई थी। दिलचस्प बात यह है कि उनकी ऐसी फ़िल्में भी ज्यादा नहीं हैं, जिनमें वे कपल के रूप में नहीं दिखे हैं। उन्होंने ‘टोटल सियापा’ के अलावा ‘रंग दे बसंती’, ‘वीर जारा’ और ‘पेस्टोंजी’ में भी साथ काम किया है। लेकिन इनमें दोनों कपल के रूप में नहीं थे।

किरण-अनुपम की अपनी कोई संतान नही है लेकिन किरण का पहली शादी से एक बेटा था सिकंदर जिसको अनुपम ने अपना लिया। अनुपम के साथ एक पल ऐसा आया जब उन्हें फिल्में नही मिली और पैसों की तंगी ने उन्हें घेर लिया।

ऐसे में उन दिनों दोनों के बीच मनमुटाव भी चला, लेकिन किरण ने समझदारी से हालात संभाले और आज ये कपल अपनी शादीशुदा जिंदगी में काफी खुश है।

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किरण को फिल्म देवदास से ज्यादा प्रसिद्धि मिली। देवदास में उनके किरदार के लिए फिल्मी दुनिया में उन्हें दूसरी मां के रूप में ला खड़ा किया। बॉलीवुड में निरूपा रॉय के बाद किरण खेर को मां का दर्जा मिलने लगा जल्द ही किरण खेर ने राजनिति को ज्वॉइन कर ली।

सत्ता के गलियारों में उऩकी आवाज गूंजने लगी। वह वर्तमान में चंडीगढ़ से बीजेपी की सांसद हैं। उन्होंने दिल्ली में अन्ना हजारे के आंदोलन का खुल कर समर्थन किया। उन्होंने भी जंतर-मंतर पर भ्रष्टाचार के खिलाफ धरना दिया।

किरण खेर को अपने विवादित बयानों के लिए भी जाना जाता है। किरण ने हर राज्य में हो रही बलात्कार की घटनाओँ पर विवादित बयान दिया। किरण खेर ने कहा कि बलात्कार की घटनाएँ आज से नही बल्कि कई सालों से हो रही हैं।

anupam kirron kher
Happy Birthday Kirron Kher

अवॉर्ड्स और सम्मान :

  • 1997: नेशनल फिल्म अवॉर्ड (सरदारी बेगम)
  • 2000 : नेशनल फिल्म अवॉर्ड बेस्ट एक्ट्रेस (बारीवाली)
  • 2003 : IIFA बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस अवॉर्ड (देवदास)
  • 2003 : लोकार्नो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में ब्रॉन्ज लेपर्ड अवॉर्ड (साइलेंट वाटर)
  • 2003 : कराची इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में बेस्ट एक्टर फॉर लीडिंग रोल (साइलेंट वाटर)
  • 2006 : स्टार स्क्रीन अवॉर्ड बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस (रंग दे बसंती)
  • 2010 : अप्सरा अवॉर्ड फॉर बेस्ट एक्ट्रेस सपोर्टिंग रोल (कुर्बान)
  • 2011 : कलर्स गोल्डन पेटल अवॉर्ड फॉर मोस्ट मनोरंजक पर्सनैलिटी

राजनीतिक यात्रा

उन्होंने वर्ष 2009 में भारतीय जनता पार्टी को ज्वाइन किया।
वर्ष 2011 में उन्होंने चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में भाजपा के लिए प्रचार किया।
किरण खेर वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और कांग्रेस पार्टी के पवन बंसल और आम आदमी पार्टी की गुल पनाग को हराकर 1,91,362 वोटों से जीत कर चंडीगढ़ की सांसद बनी।
इसके बाद वर्ष 2019 में चंडीगढ़ लोकसभा चुनाव जीतकर वह दूसरी बार चंडीगढ़ की सांसद बनी।

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