हेल्लो दोस्तों मैं हूँ आकांक्षा और स्वागत करती हूँ आप सभी का आपकी अपनी वेबसाइट aakrati.in पर ! आज एस्ट्रोलॉजी सेक्शन में मैं बताने वाली हूँ पान के पत्ते के बारे में. भारतीय समाज में पान के पत्ते को बहुत ही पवित्र माना जाता है, इसलिए आपने भी देखा होगा कि हर पूजा- पाठ या शुभ अवसर पर पान के पत्तों का इस्तेमाल किया जाता है। हमारे समाज में पान के पत्तों का प्रयोग पूजा में पुरातन काल से ही किया जाता है। सिर्फ पूजा ही नहीं बल्कि भारत में पान खाने के शौकीन भी बहुत हैं। तभी तो आपको भारत के हर बाजार, गली- नुक्कड़ में छोटी- से- छोटी भी पान की दुकानें देखने को मिल जाएंगी। Benefits of Paan Betel Leaf
पान के शौकीन तो भारत के नवाब भी रहे हैं। पान का पत्ता हजारों सालों से हमारी संस्कृति का एक अभिन्न अंग रहा है। ये हमारी परंपरा में शामिल है। पान के पत्ते को अंग्रेजी में Betel Leaf कहा जाता है। संस्कृत में इसे ताम्बुल कहते हैं। वैज्ञानिक दृष्टि से देखा जाए तो पान एक महत्वपूर्ण वनस्पति है। दिल के आकार का पान पत्ता औषधीय गुणों से भी भरा हुआ होता है। हमारे स्वास्थ्य के लिए भी बहुत ही फायदेमंद होता है। ये बात शायद ही आपको मालूम हो कि पान में क्लोरोफिल मौजूद होता है, जिसका प्रयोग दवाईयां बनाने में किया जाता है।
भारत में तो पान के साथ कत्था, सुपारी, चूना, जर्दा इत्यादि चीजें मिलाकर खाते हैं, जो हानि भी पहुंचाता है, क्योंकि जर्दा तंबाकू का ही एक रुप होता है, लेकिन सिर्फ पान खाने के फायदेमंद अनगिनत हैं, तो आइए जानते हैं कि क्या हैं पान के पत्ते खाने के फायदे
पायरिया में लाभकारी
पायरिया मुंह की ऐसी बिमारी है, जो एक बार जिसे हो जाए उसे बहुत परेशान कर देती है। क्योंकि इसमें रोगी के मुंह से बहुत ही तेज बदबू भी आती है और मसूड़ों से खून भी निकलता है। यूं तो पायरिया के लिए बहुत से घरेलू नुस्खे हैं, लेकिन पान के पत्ते का इस्तेमाल इसमें बहुत लाभकारी होता है।
पान को कपूर के साथ चबाने से पायरिया से निजात पाया जा सकता है, लेकिन ध्यान रहे पान की पीक मुंह के अंदर नहीं जानी चाहिए। पान खाने से मुंह में एस्कॉर्बिक एसिड का स्तर भी बना रहता है, जिससे मुंह की बिमारियां नहीं होती। इसलिए पान खाने मुंह की कई बिमारियों के लिए बहुत ही लाभदायक है।
मुंह के छालों को दूर करे
पेट की गर्मी की वजह से मुंह में छाले होना आम बात है। मुंह में छाला होने से बड़ी ही परेशानी का सामना करना पड़ता है। खाने- पीने में भी काफी तकलीफ होती है। ऐसे में पान का पत्ता चबाने से मुंह के छालों में राहत मिलती है। पान के पत्ते को चबाकर पानी से कुल्ला कर लें, ऐसा करने से आपको जरुरत राहत मिलेगी। आप चाहे तो पान में कत्था लगवाकर या मीठा पान भी खा सकते हैं।
भूख बढ़ाता है
जैसा कि आप पहले ही जान चुके हैं कि पान का पत्ता हमारे शरीर में पीेएच स्तर को संतुलित रखता है। पीएच स्तर संतुलित होने से समय पर भूख लगती है। ये पेट से हानिकारक तत्वों को खत्म करता है। जिससे भूख ना लगने की समस्या खत्म हो जाती है और समय पर भूख लगता है।
कम पेशाब की समस्या का निदान
अगर आप पेशाब कम होने की समस्या से जूझ रहे हैं, तो पान का पत्ता आपके लिए बहुत उपयोगी साबित हो सकता है। ये वॉटर रिटेंशन का एक कारगर इलाज है। पान के पत्ते के रस में थोड़ा दूध मिलाकर पीेएं, इससे आपकी दिक्कत दूर हो जाएगी।
शरीर की दुर्गन्ध दूर करता है
गर्मियों में अक्सर पसीने की वजह से बदबू आती रहती है। ऐसे में पान के पत्ते का रस काफी फायदेमंद होता है। इसके लिए नहाने के पानी में पान के रस दो बूंद डाल दीजिए। इससे पसीने की बदबू दूर हो जाएगी। पत्ते के रस की जगह आप बाजार में मिलने वाले तेल का भी प्रयोग कर सकते हैं।
कब्ज से राहत दिलाता है
पान का पत्ता हमारे पाचन क्रिया के लिए भी काफी फायदेमंद होता है। कब्ज की दिक्कत हो या गैस्टिक की ये सभी परेशानियों में कारगर साबित होता है। पान का पत्ता सैलिवरी ग्लैंड को सक्रिय करता है, जिससे लार बनने में मदद मिलती है।
उचित मात्रा में लार बनने से खाना ज्यादा अच्छे से पचता है, जिससे कब्ज और गैस्टिक की समस्या नहीं होती है। पान का पत्ता एक अच्छा एंटीऑक्सीडेंट होता है। जो पेट में पीएच लेबल को सामान्य बनाने में मदद करता है। जिससे कब्ज की प्रॉब्लम नहीं होती। कब्ज से छुटकारा पाने के लिए रोज सुबह खाली पेट पान का पत्ता चबाएं।
ओरल कैंसर से बचाता है
पान का पत्ता चबाने से मुंह के कैंसर से भी बचा जा सकता है, लेकिन पान बिना किसी तंबाकू यानी कि जर्दा के बिना ही खाना चाहिए। चूंकि पान में एब्सकोर्बिक एसिड और एंटीऑक्सीडेंट होता है, जो मुंह में मौजूद हानिकारक तत्वों को खत्म करता है।
सिरदर्द का कारगर इलाज
पान के पत्ते में कई औषधीय गुण मौजूद होते हैं। जिसकी वजह से सिरदर्द में भी ये काफी काम आता है। पान के पत्ते में दर्दनाशक गुण पाए जाते हैं। इसमें एनाल्जेसिक और कूलिंग गुण होते हैं, जो सिरदर्द में फायदेमंद होते हैं। पान के पत्ते को पीसकर इसका लेप सिर में लगाने से काफी राहत मिलती है। आप पान के तेल का भी इस्तेमाल इसके लिए कर सकते हैं।
सेक्स पावर बढ़ाने में इस्तेमाल
पान खाने का प्रचलन पुरुषों के बीच ज्यादा होता है। पान को सेक्स पावर बढ़ाने में भी कारगर माना जाता है। कहा जाता है कि प्राचीन काल में लोग कामोत्तेजना बढ़ाने के लिए पान के पत्ते का ही इस्तेमाल करते थे। ये ही नहीं इरेक्टािल डिसफंक्शन में भी पान का पत्ता किसी औषधि से कम नहीं है। इसके लिए खाने के सात पान के पत्ते को चबा- चबा कर खाना चाहिए।