हेलो दोस्तों आज हेल्थ सेक्शन में हम बात करेंगे थायराइड कैंसर (Thyroid Cancer Symptoms) की, थायराॅइड ग्रंथि के ऊतकों में होने वाले कैंसर को थायरॉइड कैंसर की बीमारी कहते हैं। थायराॅइड ग्रंथि गर्दन के निचले हिस्से में स्थित बटरफ्लाई के आकार की ग्रंथि है जो एक विशेष तरह के हार्मोन को शरीर में पहुंचाने का काम करती है। थायराॅइड ग्रंथि से निकलने वाला हार्मोन ब्लड प्रेशर, शरीर का तापमान, शरीर का वजन और हृदय की दर को नियंत्रित करने का काम करता है।
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थायरॉइड कैंसर, थायराॅइड ग्रंथि के ऊतकों में विकसित होता है, जो शुरूआती लक्षण के रूप में गर्दन में गांठ, सूजन, आवाज में भारीपन, वजन बढ़ना, वजन घटना आदि लक्षणों के रूप में दिखाई देता है। पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में थॉयराइड कैंसर (Thyroid cancer) होने का खतरा ज्यादा रहता है। हालांकि समय के साथ विकसित हो रही तकनीकों से थायरॉइड कैंसर के अधिकांश मामलों में इलाज से इसे पूरी तरह ठीक किया जा सकता है। आज हम आपको थायराइड कैंसर के बारे में बताने जा रहे हैं कि आखिर यह कैंसर क्या है, इसके लक्षण और उपचार क्या हैं?
विषयसूची :
क्या है थायराइड कैंसर ? – What is Thyroid Cancer
कैंसर यानी शरीर में कोशिकाओं का असामान्य रूप से बढ़ना। शरीर के जिस हिस्से में कोशिका बढ़ती है, उसे उसी कैंसर के नाम से जाना जाता है। उदाहरण के रूप में मुंह की कोशिकाएं बढ़ने से मुंह का कैंसर होता है। वहीं, जब थायराइड ग्रंथि की कोशिकाएं असमान्य रूप से बढ़ती हैं, तो उसे थायराइड कैंसर कहा जाता है।
अगर इस कैंसर का समय से उपचार नहीं कराया गया, तो यह गंभीर रूप धारण कर लेता है। थायराइड कैंसर से शरीर का पूरा हार्मोन असंतुलित हो जाता है। महिलाओं को पुरुषों की तुलना में थायराइड कैंसर होने की संभावना अधिक होती है।
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थायराइड कैंसर के लक्षण – Symptoms of Thyroid Cancer
ठंड न होते हुए भी खांसी की समस्या होना
खाना निगलने में परेशानी
कर्कश आवाज
गर्दन में गांठ पड़ना
गर्दन में सूजन होना
गला बैठना या फिर आवाज में परिवर्तन
कुछ अन्य लक्षण :
थायराइड कैंसर
बालों और स्किन का ड्राई होना
आंखों से संबंधी समस्याएं होना
बोलने और सोचने की क्षमता पर असर होना।
वजन घटना या फिर बढ़ना
याददाश्त क्षमता कमजोर होना
थायराइड कैंसर होने का कारण – Causes of Thyroid Cancer
यह किसी व्यक्ति को अनुवांशिक तौर में मिल सकता है। यानी कि परिवार की पिछली पीढ़ियों में किसी को यह बीमारी रही हो। इसे कम्यूटर थायराइड कार्सिनोमा नाम से भी जाना जाता है। एडिएशन के कारण या आयोडीन की कमी के कारण भी थायराइड कैंसर की संभावना बढ़ जाती है।
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थायरॉइड कैंसर की बीमारी की जांच कैसे करें? :
शुरूआती लक्षणों और शारीरिक परीक्षण (जिसमें गर्दन की जांच कर थायरॉइड के छोटे या बड़े साइज का पता लगाया जाता है) के आधार पर डॉक्टर थायरॉइड कैंसर की बीमारी होने को सुनिश्चित करने के लिए निम्न परीक्षण करने की सलाह देते है-
ब्लड में कैल्शियम के स्तर की जांच
ब्लड में फास्फोरस के स्तर की जांच
थायरॉइड फंक्शन टेस्ट
थायरोग्लोबुलिन परीक्षण
थायरॉइड की स्कैनिंग
थायरॉइड की बायोप्सी
ब्लड में कैल्सीटोनिन के स्तर की जांच
लैरिंगोस्कोपी
थायराइड कैंसर से बचाव के उपाय – How to Prevent Thyroid Cancer
- अधिकांश मामलों में थायराइड कैंसर का कारण निर्धारित नहीं होता है, इसका मतलब है कि ज्यादातर लोगों में इसे रोकने का कोई ज्ञात तरीका नहीं है।
- यह माना जाता है कि मेडयुलरी थायराइड कैंसर अनुवांशिक होता है। अगर आपके परिवार में किसी को यह कैंसर है या कभी हुआ है, तो अपने चिकित्सक को बताएं। आपके डॉक्टर आपको एक आनुवंशिक सलाहकार के पास भेज सकते हैं जो यह निर्धारित कर सकते हैं कि आपको यह कैंसर होने का कितना जोखिम है।
- जो लोग परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के पास रहते हैं, उन्हें थायराइड कैंसर विकसित करने का अधिक जोखिम होता है। अपने डॉक्टर से पोटेशियम आयोडीन दवाओं के बारे में बात करें यदि आप ऐसे क्षेत्र में रहते हैं। अपने स्वस्थ की वार्षिक जांच कराएं और अपने चिकित्सक को अपने लक्षणों के बारे में बताएं।
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थायराइड कैंसर का इलाज – Treatment of Thyroid Cancer
इस कैंसर के लिए सबसे जरूरी है कि इसके लक्षणों की पहचान जल्द से जल्द कर लेना। अगर इस बीमारी का देर से पता चलता है, तो इलाज करने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। अगर समय से इसके लक्षणों की पहचान कर ली जाए, तो व्यक्ति जल्द ही ठीक हो सकता हैं।
कई बार अधिक कठिनाई होने पर थायराइड ग्रंथि को निकाल दिया जाता है। इस स्थिति में आर्टिफिशियल थायराइड ग्रंथि का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा थायराइड कैंसर का इलाज रेडियोधर्मी आयोडीन की मदद से भी की जाती है। मरीज को दोबारा यह कैंसर ना हो, इसके लिए उन्हें खुद पर पूरा ध्यान देना होता है।
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