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हेल्लो दोस्तों आपके शरीर में आपका इम्यून सिस्टम बीमारी के खिलाफ रक्षा की पहली पंक्ति है. आपका इम्यून सिस्टम वायरस, हानिकारक बैक्टीरिया, संक्रमण और परजीवी से लड़ने के लिए आपके शरीर में मौजूद प्रोटीन्स और केमिकल्स का इस्तेमाल करता है. इम्यून सिस्टम के मजबूत होने का मतलब बीमार पड़ने का कम खतरा है. खास भोजन से अपने शरीर का पोषण करना आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत रखने में मदद कर सकता है. आपको यह भी बता दे कि डॉक्टर्स के मुताबिक कोरोना वायरस की चपेट में वो लोग आसानी से आ जाते हैं जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है।
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इम्यून सिस्टम कमजोर होने के कई कारण हो सकते हैं. जैसे कि पहले से कोई बीमारी या फिर जरूरत से ज्यादा सिगरेट या शराब पीने की आदत. इसके अलावा पूरी नींद ना लेने और खराब खान-पान से भी इम्यून सिस्टम कमजोर होता है. इम्यून सिस्टम कमजोर होने से आप बार-बार बीमार पड़ सकते हैं और आपको ठीक होने में काफी वक्त लग सकता है.
विषयसूची :
क्या है इम्यूनिटी सिस्टम :
इम्यूनिटी सिस्टम हमारे शरीर का वह रक्षा कवच है जो वायरस, बैक्टीरिया, फंगी, एल्गी समेत उन तमाम रोगाणुओं के सामने ढाल बनता है, जो बीमारियों का कारण बनते हैं। इम्यूनिटी सिस्टम (शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली) कोई एक अंग या इकाई नहीं है, बल्कि यह कोशिकाओं, ऊतकों, और अंगों का एक नेटवर्क है, जो शरीर की रक्षा के लिए मिलकर काम करते हैं. इसे प्रमुख रूप से दो भागों में बांट सकते हैं।

पहला है इनैट, यानी जन्मजात इम्यूनिटी क्षमता। त्वचा, नाक में मौजूद स्नॉट, लार पहला रक्षा कवच होते हैं। दूसरा है एडॉप्टिव इम्यूनिटी सिस्टम यानी अनुकूल प्रतिरक्षा प्रणाली, जो हम लाइफस्टाइल से हासिल करते हैं।
कमजोर इम्यून सिस्टम के लक्षण :
चोट का जल्दी ठीक न होना :
अगर आपका घाव भरने में ज्यादा समय लगता है और उसी दौरान स्किन पर सूखी पपड़ी जम जाती है और साथ ही यह खून को शरीर से बाहर निकलने से रोकती है। अगर आपका घाव भरने में वक़्त लगे तो इसका सीधा मतलब होता है कि आपका इम्यून सिस्टम कमजोर है। यही समस्या सर्दी और फ्लू के साथ भी है. ज्यादातर लोग एक सप्ताह के बाद ठीक हो जाते हैं, लेकिन अगर आपको अधिक समय फ्लू रहता है, तो हो सकता है कि आपका शरीर संक्रमण से नहीं लड़ पा रहा है.
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ज्यादातर समय बीमार रहना :
बदलते मौसम के दौरान बीमारी पड़ना आम बात है लेकिन हर मौसम में बार-बार बीमार पड़ना, एक चिंता का विषय है। बार बार बीमार पड़ना का मतलब होता है कि आपका इम्यून सिस्टम यानि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है। इम्यून सिस्टम बैक्टीरिया, वायरस और बीमारी से लड़ता है, अगर आप बार बार बीमार है तो इसका सीधा मतलब है आपका शरीर संक्रमण से नहीं लड़ पा रहा है। अगर आप को अक्सर यूरिन इन्फेक्शन, मुंह के छाले, जुकाम या फ्लू की शिकायत रहती है तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें.
थकावट :
इम्युनिटी कमजोर होना का सबसे बड़ा लक्षण है की हर वक़्त थकावट महसूस करना , अगर आपकी नींद पूरी नहीं होती हर वक़्त तनाव में रहते है। तो आगे चलकर आपको काफी स्वास्थ्य संबंधी समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

एलर्जी की शिकायत :
बहुत से लोगों को एलर्जी की शिकायत होती है जिसकी वजह से उन्हें मौसमी बुखार होता रहता है. लेकिन अगर आपकी आंखों में हमेशा पानी रहता है, खाने की किसी चीज से आपको रिएक्शन हो जाता है, स्किन रैशेज, जोड़ों में दर्द और पेट में हमेशा दिक्कत रहती है तो ये भी आपके इम्यून सिस्टम के कमजोर होने का एक संकेत हो सकता है.
पाचन की समस्या :
आंतों में मौजूद बैक्टीरिया इम्यून सिस्टम पर सीधा प्रभाव डालते हैं. अगर आपको बार-बार दस्त, अल्सर, गैस, सूजन, ऐंठन, या कब्ज की शिकायत रहती है तो यह इस बात का संकेत हो सकता है कि आपका इम्यून सिस्टम सही से काम नहीं कर रहा है. प्रोबायोटिक्स, लैक्टोबैसिली और बिफीडो अच्छे बैक्टीरिया होते हैं और ये संक्रमण से आंत की रक्षा करते हैं. इन बैक्टीरिया की कम मात्रा भी इम्यून सिस्टम को कमजोर बनाती है.
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अगर खान-पान पर ध्यान दिया जाए तो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली यानी इम्यून सिस्टम बेहतर हो सकता है और शरीर में अन्य आक्रामक वायरस से लड़ने की क्षमता को मजबूत करते हैं। पालक, योगर्ट, सूरजमुखी के बीज, मशरूम, लहसुन, स्ट्रॉबेरी जैसे अन्य खाद्य पदार्थ स्वास्थ्य में सुधार कर आपके म्यून सिस्टम को स्ट्रांग करने में कारगार सिद्ध होंगे।
इम्युन सिस्टम मजबूत करने के उपाय :
रोजाना करें व्यायाम –
व्यायाम करने से हमें अच्छी फिटनेस तो मिलती ही है इसके साथ-साथ इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए भी इसका बहुत बड़ा योगदान होता है। दरअसल, एक्सर्साइज के दौरान हमारे शरीर के कई अंगों की बेहतरीन मालिश हो जाती है जिसके कारण यह इम्यून सिस्टम को भी बूस्ट करने में काफी मददगार साबित हो सकते हैं। इसलिए नियमित रूप से व्यायाम भी करें ताकि आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत बनी रहे।

इम्यूनिटी बढ़ाने वाले प्राणायाम करें –
प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करने में प्राणायाम सबसे कारगर हैं। रोजाना भस्त्रिका, कपालभाति, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी और प्रणव नाद करना चाहिए। श्वास-प्रश्वास के ये अभ्यास कई बीमारियों से बचाते हैं। प्राणायाम भारत के साथ-साथ अब विदेशों में भी काफी प्रचलित हो रहा है। कई जगह इसे कॉन्शियस ब्रीदिंग भी कहते हैं। इसके साथ-साथ नासिका मुद्रा करने से भी लाभ मिलता है और हमारी इम्युनिटी में बढ़ोतरी होती है। इन सभी अभ्यासों को ठीक तरीके से करने के लिए कई तरह के वीडियोज यूट्यूब पर उपलब्ध हैं।
सुबह की गुनगुनी धूप सेंकें –
विटामिन डी इम्यूनिटी को बढ़ाता है और ज़यादातर लोगों में इसकी कमी होती है. इसके लिए सबसे असरदार उपाय है सुबह सूरज की गुनगुनी धूप सेंकना. विटामिन डी शरीर में कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है, जिससे हमारी हड्डियां मज़बूत बनती हैं.
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हरी सब्जियां खाएं –
हेल्लो दोस्तों सर्दी के मौसम में जितना अधिक हो सके, हरी पत्तेदार सब्जियों जैसे पालक, साग, मेथी, बथुआ आदि को डाइट में अवश्य शामिल करें। यह शरीर में आयरन, विटामिन व अन्य खनिज पदार्थों की कमी तो पूरी करते हैं ही, साथ ही शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी कई गुना बढ़ाते हैं। इसके अतिरिक्त आप ऐसे खाद्य पदार्थ चुनें, जिनमें विटामिन ए, सी, डी, ई, सेलेनियम, जिंक, ओमेगा 3 आदि हों, यह आपके इम्युन सिस्टम को सपोर्ट करने का काम करते हैं। हमेशा सही मात्रा का भोजन लेने की कोशिश करें।
विटामिन सी युक्त फल व सब्जियां –
हमेशा ऐसे खाद्य पदार्थों को चुनें, जिनमें विटामिन सी की मात्रा पर्याप्त हो जैसे मौसमी, संतरा, नींबू, आंवला, कीवी, शिमला मिर्च आदि। विटामिन सी युक्त फल व सब्जियां इम्युन सिस्टम को मजबूत बनाने के साथ−साथ शरीर को भी हेल्दी रखने का काम करते हैं।

हर्ब्स व मसाले –
सर्दी के मौसम में शरीर को भीतर से गर्म रखने और इम्युन सिस्टम को स्ट्रांग बनाने के लिए भोजन में कई तरह के मसालों व हर्ब्स जैसे अदरक, लहुसन, प्याज, काली मिर्च, लाल मिर्च, हल्दी आदि का इस्तेमाल अवश्य करना चाहिए। इन मसालों में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो इम्युन सिस्टम को बूस्ट अप करते हैं।
पर्याप्त पानी पियें –
सर्दी का मौसम आते ही एक समस्या हर व्यक्ति में देखने को मिलती है, वह है पानी की कमी। दरअसल, इस मौसम में प्यास कम लगती है और व्यक्ति पानी कम पीता है लेकिन इसी आदत के चलते लोग बार−बार बीमार पड़ते हैं। पानी लिम्फ के उत्पादन में मदद करता है, जो सफेद रक्त कोशिकाओं और अन्य प्रतिरक्षा प्रणाली कोशिकाओं का वहन करता है। साथ ही यह बॉडी को डिटॉक्स करके विषाक्त पदार्थों को भी बाहर निकालता है। इस प्रकार पानी का पर्याप्त मात्रा में सेवन करना बेहद आवश्यक है।
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इम्यूनिटी सिस्टम को मज़बूत करने का पहला असरदार क़दम है पर्याप्त पानी पीना. पानी हमारे शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है. हमारी किडनी की कार्यप्रणाली को स्वस्थ बनाए रखता है. तांबे के बर्तन में पानी पीने से उसकी गुणवत्ता बढ़ जाती है. पानी हमारी मांसपेशियों को एनर्जी प्रदान करता है, आंतों की गतिविधियों में सुधार लाता है. स्वस्थ बने रहने के लिए ज़रूरी है कि दिन में कम से कम 7-8 ग्लास पानी पिएं. सोडा, अल्कोहल, चाय या कॉफ़ी से प्यास बुझाने से बचें.
इनसे करें तौबा –
अगर आप चाहते हैं कि ठंड के मौसम में आप बार−बार बीमार न पड़ें तो प्रोसेस्ड मीट, फ्राईड फूड, सॉफ्ट पेय, आर्टिफिशियल स्वीटनर व रिफाइंड शुगर आदि से दूरी ही बनाकर रखें। इनका अत्यधिक सेवन इम्युन सिस्टम पर विपरीत प्रभाव डालता है। इनको खाने से शरीर को उपयुक्त आहार नहीं मिलता और कमजोरी आती जाती है.
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