मधुमेह एक ऐसी बीमारी हैं जो शरीर में शुगर लेवल के बढ़ने की वजह से होती हैं। मधुमेह में व्यक्ति को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं क्योंकि मधुमेह के साथ ओर भी कई तरह रोग अपनी जगह बना लेते हैं। इसमें सबसे बड़ी समस्या उत्पन्न होती हैं पैरों में जहां खून का दौरा धीरे धीरे होने लगता है, जिसकी वजह से पांवों में सूजन होने लगती हैं और यह समस्या व्यक्ति को बहुत परेशान करती हैं। इसलिए हम आपके लिए लेकर आए हैं कुछ इलाज जिनको अपनाकर आप अपने पैरों की सूजन को कम कर सकें। तो आइये जानते हैं उन उपायों के बारे में। Reduce Feet Swelling In Diabetics
नियमित व्यायाम करें :
नियमित रूप से व्यायाम करने से आपके पैरों की हड्डी और जोड़ों को मज़बूती मिलेगी और पैरों में ब्लड सर्कुलेशन होने से आपका ब्लड शुगर लेवल भी स्थिर बना रहेगा। लेकिन किसी भी व्यायाम को करने से पहले आपने चिकित्सक से संपर्क जरुर कर लें क्यों कि कठिन व्यायाम करने से पैरों में सूजन बढ़ सकती है।
पैरों को ऊपर उठायें :
रोज़ 10-15 मिनट के लिए अपने पैरों को ऊपर उठायें, यह आपके पैरों कि सूजन को कम करेगा। पैरों को ऊपर उठाने से ऊतकों के आस पास जमा तरल पदार्थ बाहर निकल जायेगा और ब्लड सर्कुलेशन भी अच्छा होगा।
दबाव बनाने वाले मोज़े :
मधुमेह के रोगियों के लिए दबाव बनाने वाले मोज़े और पट्टियां आज बाज़ार में मौजूद हैं, ये प्रभावित क्षेत्र पर दबाव डालती है और द्रव अवरोधन से छुटकारा पाने में मदद करती हैं, बाहरी दबाव के कारण तरल पदार्थ लसीका प्रणाली में वापस लौट जाता है जिसकी वजह से रक्त प्रवाह में सुधार होता है। एक अध्ययन के अनुसार मधुमेह के रोगी अगर हल्के दबाव वाले मोजों का इस्तेमाल करते है तो उनके पैरों में सूजन कम होने लगती है।
नमक का सेवन :
मधुमेह के रोगी अगर अपने आहार में थोड़ा सा भी परिवर्तन करते हैं तो उनके पैरों की सूजन में काफी हद तक कमी आ सकती है। मधुमेह के रोगिओं को नमक कम खाना चाहिए क्यों कि नमक ब्लड प्रेशर को बढ़ता है और पैरों कि सूजन को भी, जितना हो सके कम सोडियम वाला आहार ही लें।
आरामदायक जूते :
मधुमेह के रोगिओं को तंग जूते नहीं पहने चाहिए, इसलिए जितना हो सके अपने पैरों से बड़े आकार के जूते लें इससे अगर आपके पैरों में सूजन भी होती है तो ब्लड सर्कुलेशन रुकेगा नहीं। इसके अलावा, महिलायों को ऊची हील के जूते पहले से बचना चाहिए।
पैरों की मालिश :
अपने पूरे पैरों कि मालिश करें इससे आपके पैरों में ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होगा और सूजन के वजह से होने वाले दर्द में भी आराम मिलेगी।
मुद्रा के बारे में सावधान :
मधुमेह के रोगीओं को अपने बैठने के तरीके का बहुत ज्यादा ध्यान रखना चाहिए क्यों कि अगर वे ज्यादा देर तक बैठे या खड़े रहेंगे तो उन के पैरों में अकड़न हो सकती है। ऐसे लोगों को पालथीमार कर भी नहीं बैठना चाहिए इससे रक्त प्रवाह प्रभावित होता है।