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हेल्लो दोस्तों प्रेग्नेंसी किसी भी महिला की जिंदगी का सबसे अहम समय होता है। कई बार हम इससे खुश हो जाते हैं और अनचाही प्रेग्नेंसी आपको बहुत परेशान कर देती है। सही समय अगर कोई निर्णय न लिया जाए तो यह आपके लिए मुसीबत भी बन जाती है। इसलिए यौन संबंध बनाते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि आपका एक असुरक्षित संबंध आपको मुसीबत में डाल सकता है। कई बार महिलाओं को उनकी प्रेग्नेंसी के बारे में पता ही नहीं चल पाता है। प्रेग्नेंसी से पहले महिलाओं को कई तरह की परेशानियों भी होती है।
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जिसमें से एक पीरियड्स (when pregnancy test should be done) भी है। एक महिला के पीरियड्स ही बताते हैं कि वह प्रेग्नेंट है कि नहीं। यह कई तरीकों से पता किया जाता है। वैसे तो प्रेगनेंसी टेस्ट करना काफी आसान होता है लेकिन अगर इसे करने का सही समय और सही तरीका ना पता हो तो रिजल्ट्स गलत भी आ सकते हैं। तो आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि प्रेगनेंसी टेस्ट कितने दिन बाद करना चाहिए।
कब करना चाहिए प्रेग्नेंसी टेस्ट (Pregnancy Test Kab Karein)
डॉक्टर्स के अनुसार जिन महिलाओं को पीरियड्स रेगुलर आते हैं और उन्हें लग रहा है कि वह प्रेग्नेंट हो गई हैं तो वह पीरियड्स मिस होने के 7 से 10 दिन बाद अपना प्रेगनेंसी टेस्ट कर सकती हैं। इससे परिणाम बिल्कुल स्पष्ट आते हैं, क्योंकि इस वक़्त महिलाओं की बॉडी में एचसीजी हार्मोन लेवल बढ़ जाता है। इस हार्मोन को ह्यूमन कोरिओनिक गोनाडोट्रोपिन कहते हैं। यह भ्रूण के विकास के लिए अहम भूमिका निभाता है। जब महिला प्रेग्नेंट होती है तो इस हार्मोन का स्तर बहुत ज्यादा होता है।

प्रेगनेंसी टेस्ट के प्रकार (Types Of Pregnancy Test)
अक्सर महिलाएं पूछती हैं कि प्रेगनेंसी टेस्ट किट कितने दिन बाद करना चाहिए और ये कितने प्रकार (Types of Pregnancy Test) के होते हैं। दरअसल प्रेगनेंसी टेस्ट 2 प्रकार के होते हैं जैसे-
1. यूरिन टेस्ट (Urine Test)
ज्यादातर महिलाएं यूरिन के जरीय ही प्रेगनेंसी टेस्ट करना पसंद कर रहती हैं क्योंकि इसके रिजल्ट्स 99 प्रतिशत सही आते हैं. यूरिन टेस्ट आप घर या क्लिनिक पर भी आसानी से करवा सकती हैं। अगर आप क्लिनिक या डॉक्टर के पास नहीं जाना चाहती हैं तो घर पर ही निजी तरीके से भी प्रेगनेंसी टेस्ट किया जा सकता है।
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2. ब्लड टेस्ट (Blood Test)
प्रेगनेंसी का पता बल्ड टेस्ट (Pregnancy blood test) के जरिय भी लगाया जा सकता है लेकिन इसके लिए अस्पताल जाना होता है, लेकिन आजकल लोग इसका इस्तेमाल काफी कम करते हैं क्योंकि ये थोड़ा टाइम टेकिंग होता है और इसके रिजल्ट भी काफी देर में आते हैं।
आपको बता दें कि प्रेगनेंसी टेस्ट करने से पहले बहुत अधिक पानी नहीं पीना होता है क्योंकि ऐसा करने से मूत्र में एचसीजी हार्मोन की मात्रा प्रभावित हो जाती है। इसके अलावा रिजल्ट नकारात्मक आने के बाद 4 से 5 दिन बाद दोबारा जांच करें क्योंकि कुछ महिलाएं ऐसी होती हैं जिनमें एचसीजी हार्मोन का स्तर देर से बढ़ता है।

प्रेगनेंसी टेस्ट करते वक्त इन बातों का रखें ध्यान (Pregnancy Test Rules)
- टेस्ट हमेशा सुबह करें। उसका सबसे बड़ा कारण यह है कि सुबह के वक़्त यूरिन की मात्रा ज्यादा होती है। इससे टेस्ट सही हो पता है। इसलिए सुबह के पहले यूरिन को आपको सैंपल टेस्ट के लिए लेना चाहिए।
- आजकल मार्किट में कई तरह की Pregnancy Test किट उपलब्ध है। आप आसानी से उसपर दिए गए निर्देशों को पढ़कर इसका इस्तेमाल करें। कोशिश करें इसका इस्तेमाल सुबह करें। साथ ही इस्तेमाल करने से पहले एक्सपरी डेट भी चेक कर लें।
- अगर आप घर घर पर टेस्ट नहीं करना चाहती हैं तो किसी डॉक्टर से संपर्क करके उनकी सलाह के अनुसार टेस्ट करवाएं। इस दौरान याद रखें कि आपके पिछले महीने कब पीरियड्स हुए थे और आपके संभोग की क्या तारीख थी
- अगर यौन संबंध के बाद आपको शरीर में एठन, बेस्ट को छूने के बाद दर्द होना, मचली जैसी समस्या हो रही है तो यह भी प्रेग्नेंसी के लक्षण हैं। ऐसी स्थिति में भी टेस्ट कर सकती हैं।
- टेस्ट खाली पेट ही करें।
- अंत में आप अपनी प्रेग्नेंसी के पता लगाने के लिए घरेलू नुस्खे का प्रयोग कर सकती हैं।
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