पुरानी से पुरानी सूखी खांसी से राहत पाने के लिए आजमाएं ये घरेलू उपाय

हेल्लो दोस्तों बदलते मौसम में सर्दी-खांसी (Sardi Khansi) की समस्या होना आम बात है। बदलते मौसम में हमारे शरीर की इम्युनिटी कमजोर हो जाती है जिसके कारण हम इन्फेक्शन की चपेट में जल्दी आ जाते हैं। इंफेक्शन (Infection) होने पर जुकाम के साथ बार-बार खांसी की समस्या भी हो जाता है। ऐसे में अगर सूखी खांसी (Home Remedies For Dry Cough) हो तो और ज़्यादा परेशानी होती है।

बार-बार सूखी खांसी होने पर गले के साथ-साथ पेट और पसलियों में भी दर्द हो जाता है। ऐसे में हम अक्सर कफ सिरप और दवाइयों का सहारा लेते हैं लेकिन कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे हैं जो सूखी खांसी (Sookhi Khansi) में बहुत फायदेमंद साबित हो सकते हैं। आज के इस लेख में हम आपको सूखी खांसी दूर करने के कुछ ऐसे ही कारगर घरेलु नुस्खे बताने जा रहे हैं –

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सूखी खांसी दूर करने के घरेलु नुस्खे –

सेंधा नमक :

सूखी खांसी में सेंधा नमक एक कारगर घरेलु नुस्खा है। सूखी खांसी की समस्या में सेंधा नमक की डली को आग पर गर्म कर लें। जब डली नर्म हो जाए तो इसे आधे गिलास पानी में डाल लें। रात को कर सोने से पहले इस पानी को पिएँ। नियमित रूप से ऐसा करने से सूखी खांसी में जल्दी आराम मिलेगा।

शहद :

सूखी खांसी में शहद रामबाण इलाज है। शहद में एंटी-बैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं जिससे गले के इंफेक्शन को दूर करने में मदद मिलती है। सूखी खांसी में रोजाना 2-4 चम्मच शहद को आधे गिलास गुनगुने पानी में मिलाकर पीने से सूखी खांसी में आराम मिलता है।

Home Remedies For Dry Cough
Home Remedies For Dry Cough

नमक का पानी :

ये गले में खराश के इलाज के लिए बसे प्रभावी तरीकों में से एक है. तुरंत परिणाम के लिए गर्म पानी में नमक मिलाएं और दिन में कम से कम दो बार गरारे करें. आप देखेंगे आपको सूखी खांसी में बहुत राहत मिलेगी.

अदरक :

अदरक सर्दी-खांसी में रामबाण इलाज है। सूखी खांसी में अदरक का सेवन करने से खांसी में तुरंत आराम मिलता है। इसके लिए अदरक की एक गांठ को कूटकर उसमें एक चुटकी नमक मिलाएँ दाढ़ के नीचे दबा लें। अदरक का रस धीरे-धीरे मुंह के अंदर जाने दें। 5 मिनट तक उसे मुंह में रखें और फिर कुल्ला कर लें। अगर लगातार सूखी खांसी हो रही तो ऐसा करने से खांसी तुरंत बैठ जाएगी। इसके अलावा आप अदरक के रस को शहद के साथ मिलाकर भी इसका सेवन कर सकते हैं।

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मुलेठी :

सर्दी-खांसी की समस्या में मुलेठी का सेवन बहुत फायदेमंद है। सूखी खांसी में मुलेठी की चाय पीने से खांसी की समस्या में जल्द आराम मिलता है। इसके लिए, एक गिलास पानी में दो चम्मच मुलेठी की सूखी जड़ को उबाल लें। नियमित रूप से दिन में दो बार इस चाय का सेवन करने से सूखी खाँसी की समस्या में जल्द आराम मिलेगा।

हल्दी :

आयुर्वेद में हल्दी को औषधीय गुणों का खजाना माना गया है। हल्दी में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-ऑक्सीडेंट्स गुण मौजूद होते हैं जिससे सर्दी-खाँसी में बहुत लाभ होता है। सूखी खानी में हल्दी वाला दूध पीने से खांसी में जल्द आराम मिलता है। इसके अलावा गर्म पानी में एक चम्मच हल्दी डालकर इस पानी से भाप लेने से भी सूखी खांसी में लाभ होता है।

Home Remedies For Dry Cough
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पीपल की गांठ :

सूखी खांसी में पीपल की गांठ का इस्तेमाल दादी-नानी के ज़माने से हो रहा है। सूखी खांसी में पीपल की गाँठ का इस्तेमाल करने से खांसी ठीक करने में मदद मिलती है। इसके लिए एक पीपल की गांठ को पीस लें और उसे एक चम्मच शहद में मिलाकर खा लें। नियमित रूप से ऐसा करने से सूखी खांसी में जल्द आराम होगा।

काली मिर्च :

हर तरह की खांसी में काली मिर्च का सेवन एक आजमाया हुआ कारगर घरेलू नुस्खा है। सूखी खांसी में पिसी हुई काली मिर्च और शहद के मिश्रण का सेवन करने से खांसी में जल्द राहत मिलती है। इसके अलावा आप काली मिर्च को दूध में मिलाकर भी पी सकते हैं या तुलसी और काली मिर्च का काढ़ा बनाकर भी इसका सेवन कर सकते हैं।

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तुलसी :

आयुर्वेद में तुलसी को एक चमत्कारी औषधीय पौधा बताया गया है जो कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में बेहद लाभदायक है। तुलसी में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी ऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो सर्दी-खांसी दूर करने में मदद करते हैं। तुलसी के रस का शहद में मिलाकर सेवन करने से सूखी खांसी में जल्द आराम मिलता है। इसके अलावा आप तुलसी का काढ़ा या तुलसी वाली चाय बनाकर भी पी सकते हैं।

मेथी दाना :

मेथी के बीज अपने एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के लिए जाने जाते हैं. ये कई प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं विशेष रूप से गले की समस्याओं को रोकने में मदद करते हैं. थोड़े से पानी में कुछ बीज डालें और इसे तब तक पकने दें जब तक कि ये एक अलग रंग का न हो जाए. पक जाने के बाद इसे आंच से उतार लें और ठंडा होने दें. परिणाम के लिए इस काढ़े से दिन में कम से कम दो बार गरारे करें.

अस्वीकरण : आकृति.इन साइट पर उपलब्ध सभी जानकारी और लेख केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए हैं। यहाँ पर दी गयी जानकारी का उपयोग किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या या बीमारी के निदान या उपचार हेतु बिना विशेषज्ञ की सलाह के नहीं किया जाना चाहिए। चिकित्सा परीक्षण और उपचार के लिए हमेशा एक योग्य चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।

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