क्या आप अपने शिशु की त्वचा को आराम पहुंचाने के लिए प्राकृतिक उपायों की खोज में है? क्या आपने अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को एलोवेरा जेल के बारे में बहुत कुछ कहते सुना है लेकिन आप सुनिश्चित नहीं है कि यह आपके शिशु की संवेदनशील त्वचा के लिए सुरक्षित है या नहीं? हम आपको बताने जा रहे हैं शिशुओं के लिए एलोवेरा के अद्भुत फ़ायदे और इसे तैयार करने की विधि।
एलोवेरा क्या है?
एलोवेरा कैक्टस पौधे की एक प्रजाति है, जिसे घर पर गमले में आसानी से उगाया जा सकता है। इसे कम देखभाल की जरूरत होती है और आपको इसे रोज़ाना पानी देने और काटने की जरूरत भी नहीं पड़ती। इसे हिंदी में घृतकुमारी कहा जाता है और यह आपके शिशु की त्वचा के लिए चमत्कारी साबित हो सकता है। एलोवेरा जेल और रस के रुप में अनेकों लोशन, सौंदर्यप्रसाधन, ओइंटमेंट और चिकित्सीय दवा के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। यह रसायन रहित और सौ प्रतिशत प्राकृतिक होता है।
ताज़ा एलोवेरा जेल तैयार करने की विधि?
एलोवेरा की दो पत्तियों अर्थात फांकों को साफ चाकू से काटें और उसे अच्छी तरह साफ कर लें। इसके बाद दोनों की ऊपरी परत काट दें। सावधानी से एलोवेरा का पारदर्शी जेल निकालें और उसे ताज़ा इस्तेमाल करें।
एलोवेरा जेल में मौजूद सक्रिय तत्व :
इसमें आठ एंजाइम होते हैं, जो सूजन को कम करने में मदद करते हैं। इसमें मौजूद कैल्शियम, कोपर, मैग्नीशियम, पोटेशियम, सोडियम और जींक उपरोक्त एंजाइम को सही प्रकार से कार्य करने में मदद करते हैं। एलोवेरा ग्लूकोज और फ्रुक्टोज जैसे एंटी-एलर्जी और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण प्रदान करता है।
शिशुओं के लिए एलोवेरा के अद्भुत फ़ायदे:
अपने शिशु की त्वचा पर एलोवेरा का इस्तेमाल करना पूरी तरह से सुरक्षित है।

शिशुओं में एक्जेमा का उपचार करने के लिए फायदेमंद –
एलोवेरा का इस्तेमाल शिशुओं में एक्जेमा का उपचार करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है वह भी बिना किसी दुष्प्रभाव के। (एक्जेमा त्वचा पर लाल और खुजली करने वाले चकतों की चिकित्सकीय स्थिति है)
सनबर्न के लिए अद्भुत उपचार –
शिशुओं की त्वचा बहुत नाज़ुक होती है। अधिक देर धूप के संपर्क में आने से उन्हें आसानी से सनबर्न हो सकता है। यह एक ऐसी स्थिति है जो धूम के संपर्क में आने से त्वचा में रेडनेस, जलन, सूजन का कारण बनती है। एलोवेरा त्वचा को सनबर्न से राहत पहुंचाने के लिए मददगार साबित होता है और त्वचा को ठंडक पहुँचाता है।
बालों की बढ़त और उन्हें पोषण प्रदान करना –
एलोवेरा शिशुओं के बालों की बेहतर बढ़त के लिए बहुत फ़ायदेमंद होता है। एलोवेरा का जेल पत्तियों से निकाल कर और उसे डिस्टिल्ड वाटर में अच्छी तरह मिलाएँ, इससे जो मोटा रस तैयार होगा आप उसे शिशु के बाल धोने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। यह शिशु की जड़ों का pH स्तर बनाए रखने में मदद करता है और शिशु के बालों को मुलायम और साफ करता है।
प्राकृतिक एंटीसेप्टिक –
एलोवेरा शिशु की त्वचा में आई मामूली खरोंचों, चोटों और जले के निशाने को ठीक करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। क्योंकि इसमें त्वचा को राहत पहुंचाने वाले तत्व विद्यमान होते हैं, इसलिए यह हवा को ज़ख्म को सूखाने से रोकता है और प्रभावित हिस्से में रक्त-प्रवाह बढ़ाता है। राहत पहुंचाने वाले गुणों के कारण इसे मच्छरों और कीड़ों के काटने पर इस्तेमाल किया जा सकता है।
सभी तरह के रैशेस का उपचार, डायपर रैशेस का भी –
बैक्टिरियल, फंगल और वाइरल के कारण हुए विभिन्न तरह के रैशेस का उपचार करने के लिए यह एक अच्छा घरेलू उपाय है। बी-सिस्टोस्रोल कहे जाने वाले एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण के कारण एलोवेरा जेल डायपर रैशेस के उपचार के लिए अद्वितीय होता है। संक्रमण से लड़ने वाले गुणों और विटामिन-ई की प्रचुरता के कारण एलोवेरा जेल डायपर रैशेस का उपचार करने में मददगार साबित होता हैं, जो की शिशुओं के बीच नियमित रूप से डायपर का इस्तेमाल करने के लिए प्रयोग किया जाता है।

शिशुओं पर एलोवेरा का प्रयोग करने से पहले कुछ सावधानी ज़रूर बरतें :
एलोवेरा शिशुओं के लिए बहुत लाभकारी है लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखना व सावधानी बरतना भी जरूरी है।
शिशु की त्वचा पर इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें क्योंकि हो सकता है शिशु की नाज़ुक त्वचा पर यह कोई प्रतिक्रिया उत्पन्न करे या इसका प्रभाव कम करे।
साथ ही अगर आपको शिशु की त्वचा पर एलोवेरा और जेल लगाने के बाद ज्यादा रैशेस, रेडनेस या सूजन दिखे तो फौरन जेल को साफ पानी से धोएं और डॉक्टर को संपर्क करें।
शिशु को ओरली एलोवेरा जेल ना दें अर्थात उन्हें यह खिलाएं या पिलाएं नहीं क्योंकि यह उनके लिए नुकसानदायक हो सकता है।
गर्भवती महिलाओं को भी एलोवेरा जेल का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि यह भ्रूण के लिए जानलेवा हो सकता है।
आज दुनिया में बहुत से लोग एलोवेरा जेल का इस्तेमाल कर रहे हैं। शिशुओं के लिए यह सुरक्षित है और फ़ायदेमंद भी है। इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें। स्वस्थ और सुरक्षित रहे।
अस्वीकरण : आकृति.इन साइट पर उपलब्ध सभी जानकारी और लेख केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए हैं। यहाँ पर दी गयी जानकारी का उपयोग किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या या बीमारी के निदान या उपचार हेतु बिना विशेषज्ञ की सलाह के नहीं किया जाना चाहिए। चिकित्सा परीक्षण और उपचार के लिए हमेशा एक योग्य चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।
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