हर एक लड़की को लगभग बारह से पचास वर्ष की उम्र तक पीरियड्स होते हैं, हो सकता है किसी को पहले शुरू हो जाए और बाद में खत्म हो। ऐसे में जब आपकी बेटी को पहला पीरियड हो एक माँ ही अपनी बेटी की दोस्त बनकर पीरियड्स से जुडी बातें बता सकती है। क्योंकि पहले पीरियड के दौरान शरीर में हो रहे हार्मोनल बदलाव और रक्तस्त्राव को देखकर हो सकता है आपकी बेटी को समझ ही न आए यह क्या हो रहा है, और यदि उसे पेट में अधिक दर्द होता है तो भी वो बहुत परेशान हो सकती है। साथ ही पहला पीरियड होने पर लड़की हो सकता है शर्म या हीं महसूस करें लेकिन उसे कहें की इसमें डरने की कोई बात नहीं होती है। ऐसे में आपको अपनी बेटी को क्या क्या बताना चाहिए जिससे उसे पीरियड्स को लेकर कोई उलझन न रहे | Prepare Daughter For First Period
पीरियड्स एक महिला का सामान्य स्वभाव होता है| हमारे समाज में पीरियड्स को लेकर कई सारी भ्रांतियां है और इसके चलते कई बार महिलाएं समस्यायों में फस जाती है| जब एक लड़की का पहला पीरियड होता है तो वो दिन शायद उसकी जिन्दगी का सबसे डरवाना दिन होता है और उसे समझ नहीं आता की ऐसा क्यों हो रहा है और वो किससे ये बात कहे| पीरियड शुरू होते ही या शुरू होने की उम्र में आप अपनी बच्ची को ये बाते जरूर सिखाएं-
- शर्म न करें
- वजह भी जरूर बताएं
- कुछ गलत नहीं हो रहा है
- क्या क्या हो सकता है यह भी बताएं
- साफ़ सफाई रखने के लिए कहें
विषयसूची :
पीरियड्स है सामान्य
सबसे पहले तो आपको अपनी बेटी को बताना चाहिए की पीरियड्स हर एक लड़की को होता है ऐसे में घबराने वाली कोई भी बात नहीं होती है। यह बिलकुल सामान्य होता है और हर महीने ऐसा होता है, यह बिलकुल अपनी नियमित क्रियाओ की तरह होता है जिस तरह फिट रहने के लिए आपका खाना पीना और सोना जरुरी है उसी तरह शरीर की क्रिया को सही चलने के लिए लड़कियों को पीरियड्स होना भी जरुरी होता है।यह हर लड़की हो होता है किसी को बारह तो किसी को दस वर्ष की तो किसी को सोलह वर्ष की उम्र में होता है, ऐसा हर लड़की के साथ होना एक सामान्य बात होती है।
शर्म न करें
लडकियां कई बार इस बात को लेकर शर्म करती है ऐसे में अपनी बेटी की दोस्त बनकर कहें की वो शर्म न करें। यदि उन्हें किसी तरह की परेशानी है या कोई दिक्कत है तो उसके बारे में खुलकर कहें। और और यह कोई बिमारी या कोई और दिक्कत नहीं है जिसे लेकर वो हैं महसूस करें।
वजह भी जरूर बताएं
पहली बार पीरियड्स होने के बाद लड़कियों के मन में जरूर चलता है की पीरियड्स के होने का क्या कारण है। तो ऐसे में ज्यादातर महिलाएं ऐसा कहती है की यह हर लड़की को होता है इसीलिए तुम्हे भी हो रहा है। लेकिन आज के इस समय में बच्चों से कुछ भी नहीं छुपाना चाहिए और आपको पीरियड्स के पीछे का वैज्ञानिक कारण बताना चाहिए जो की प्रेगनेंसी है जिससे आपकी बेटी को बहुत सी चीजों के बारे में अच्छे से पता चल सके।
कुछ गलत नहीं हो रहा है
पहले पीरियड किसी डरावने सच की तरह होता है ऐसे में कई बार हो सकता लड़की बहुत परेशान हो जाए। तो माँ को चाहिए की उसे समझाएं और बताएं की यह नार्मल है उसके साथ कुछ गलत नहीं हो रहा है, और न ही यह किसी तरह की कोई बिमारी है।
क्या क्या हो सकता है यह भी बताएं
पीरियड्स के दौरान पेट में दर्द, कमर में दर्द, जांघो में खिंचाव आदि होना बहुत आम बात होती है। इस दौरान कई बार कम और कई बार ज्यादा ब्लीडिंग होती है, और पहले पीरियड के समय कई बार शुरुआत में भूरे रंग का चिपचिपा पदार्थ भी निकलता है। इस बारे में भी महिला को अपनी बेटी को बताना चाहिए ताकि उसे दर्द आदि ही तो वो घबराए नहीं और आराम करें।
साफ़ सफाई रखने के लिए कहें
वैसे भी शरीर की साफ़ सफाई रखनी चाहिए लेकिन पीरियड्स के दौरान ज्यादा साफ़ सफाई रखनी चाहिए। क्योंकि इस दौरान प्राइवेट पार्ट की साफ़ सफाई न रखने के कारण इन्फेक्शन का खतरा होता है। ऐसे में उन्हें पैड का इस्तेमाल कैसे करना है, कितने समय बाद पैड बदलना चाहिए, इस दौरान खान पान का कैसे ध्यान रखना चाहिए, प्राइवेट पार्ट की साफ़ सफाई कैसे रखनी चाहिए उसे इस बारे में अच्छे से बताना चाहिए। ताकि उन्हें पीरियड्स के दौरान किसी भी तरह की समस्या न हो।
तो यह हैं कुछ खास टिप्स जो आपको अपनी बेटी को पहली बार पीरियड्स होने के दौरान बताने चाहिए। इसके अलावा आपको इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए की पहले पीरियड का ध्यान रखने में आप उसकी मदद करें, ताकि उसे अपने आप को सँभालने में और पीरियड्स से किसी तरह से परेशानी से बचने में मदद मिल सके।