जानें क्या है निपाह वायरस, कौन से हैं इसके लक्षण और कैसे करें बचाव?

हेल्लो दोस्तों मैं हूँ आकांक्षा और स्वागत करती हूँ आप सभी का आपकी अपनी वेबसाइट aakrati.in पर ! आज हेल्थ सेक्शन में मैं बताने वाली हूँ निपाह वायरस के बारे में. केरल में चमगादड़ से फैलने वाले खतरनाक निपाह वायरस ने आतंक मचा रखा है। अब तक करीब एक दर्जन लोग इसकी चपेट में आकर अपनी जान गंवा चुके हैं। कर्नाटक, ओडिशा और हिमाचल प्रदेश में भी इसके फैलने की खबरों से हड़कंप मच गया है। वहीं इसने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की भी चिंता बढ़ा दी है। मंत्रालय की ओर से एक एडवाइजरी जारी कर सभी राज्यों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। Nipah Virus Symptoms and Rescue

इन चार जिलों की यात्रा न करें

यही नहीं, वायरस के संक्रमण से बचने के लिए केरल के कोझिकोड में सार्वजिनक सभाओं, ट्यूशन क्लासेस सहित सभी प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों पर रोक लगा दी गई है। यह कदम लोगों को भीड़ या समूह में एक-दूसरे के संपर्क में आने से रोकने के लिए उठाया गया है। राज्य सरकार ने एक एडवाइजरी जारी कर केरल की यात्रा करने वाले सभी लोगों से चार जिलों कोझिकोड, मलप्पुरम, वायनाड और कन्नूर की यात्रा करने से बचने को कहा है।

क्या है निपाह वायरस?

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक निपाह एक ऐसा वायरस है जो चमगादड़ों से इंसानों में फैलता है। यह जानवरों और इंसानों दोनों में गंभीर बीमारियों की वजह बन सकता है। इस वायरस का मुख्य स्रोत फल खाने वाले चमगादड़ ( फ्रूट बैट ) हैं। इन्हें फ्लाइंग फॉक्स के नाम से भी जाना जाता है।

kya h nipah viras 1

क्या हैं निपाह वायरस के लक्षण?

निपाह वायरस के लक्षण दिमागी बुखार की तरह ही हैं। बीमारी की शुरुआत सांस लेने में दिक्कत, चक्कर आना, तेज सिरदर्द और फिर बुखार से होती है है। इसके बाद बुखार दिमाग तक पहुंच जाता है, जिससे मरीज की मौत भी हो सकती है।

निपाह वायरस का इलाज क्या है?

हालांकि, अब तक इस भयानक निपाह वायरस का कोई वैक्सीन नहीं बन पाया है। बचाव ही इसका एकमात्र इलाज है। इससे संक्रमित रोगी की उचित देखभाल और डॉक्टरों की कड़ी निगरानी में रखा जाना चाहिए।

निपाह वायरस के कैसे बचें?

  • चमगादड़ों की लार या पेशाब के संपर्क में न आएं
  • खासकर पेड़ से गिरे फलों को खाने से बचें
  • संक्रमित इंसानों और पशुओं खासकर सुअरों के संपर्क में न आएं
  • निपाह वायरस के अधिक प्रभाव वाले इलाकों में जाने से बचें
  • इस्तेमाल में नहीं लाए जा रहे कुओं में पर जानें से बचें
  • केरल सहित उसके पड़ोसी राज्यों से आने वाले फल जैसे केला, आम व खजूर खाने से परहेज करें
  • फलों को पोटाश वाले पानी में धोकर खाएं
  • निपाह वायरस के लक्षण पाए जाने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाएं

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