हेल्लो दोस्तों करवाचौथ का त्योहार सुहागन महिलाओं के लिए सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है. हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवाचौथ का पर्व मनाया जाता है. अपने पति की दीर्घायु और अच्छी सेहत की कामना से महिलाएं इस दिन निर्जला व्रत रखती हैं और रात में चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद अपना व्रत पूर्ण करती हैं. इस दिन सोलह श्रृंगार करके महिलाएं भगवान शिव, माता पार्वती और गणेश जी का पूजन करती हैं और रात में पूजन करके अपने पति के हाथों से जल ग्रहण करके अपना व्रत खोलती हैं. Karwa Chauth Sargi Thali
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अखंड सौभाग्य के इस पर्व को पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश में धूमधाम से मनाया जाता है. करवाचौथ पूजा में व्रत थाली की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. इस दिन मां अपनी बेटी को बाया देती है, जिसमें पूजा की आवश्यक सामग्रियां होती हैं. पूजा के बाद करवाचौथ की थाली को परिवार की सबसे बड़ी महिला सदस्य को दिया जाता है, जिसके बाद वो व्रती महिला को खुशहाल जीवन का आशीर्वाद देती है.

क्या होती है सरगी :
सभी महिलाएं करवाचौथ के दिन सरगी का सेवन करती है. इसे काफी शुभ माना जाता है. सरगी में खाने की वो खास चीजें शामिल होती हैं, जो करवा चौथ पर सूर्योदय से पहले सास अपनी बहू को खाने के लिए देती है. महिलाएं अपनी सास द्वारा दी गई सरगी का सेवन करने के बाद ही करवा चौथ का व्रत शुरू करती हैं. सरगी का सेवन सूर्योदय से पहले 4 से 5 बजे के करीब किया जाता है. इस दिन महिलाएं सुबह-सुबह उठकर सरगी का सेवन करती हैं, तो आइए आपको बताते हैं कि आखिरकार सरगी क्या होती है और सरगी की थाली में किन चीजों को जरूर शामिल करना चाहिए जिससे निर्जला व्रत में प्यास की कमी को पूरा किया जा सके.
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सरगी में शामिल करें ये चीजें :
खीर या दूध की फैनी – करवा चौथ के दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं, इसलिए उन्हें सरगी में खीर या फैनी को ज़रूर शामिल करना चाहिए. इसके सेवन से शरीर में शुगर की मात्रा और ऊर्जा का स्तर बना रहता है. इसकी वजह महिलाओं का मूड भी अच्छा रहता है.
ड्राय फ्रूट्स – सभी महिलाओं को सरगी में कुछ ड्राय फ्रूट्स भी शामिल करना चाहिए. इससे दिन भर के लिए पर्याप्त ऊर्जा मिल पाती है, साथ ही थकान महसूस नहीं होती है.

मिठाई – सरगी में मिठाई को भी ज़रूर शामिल करना चाहिए. मिठाई में कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है, क्योंकि चीनी में अमिनो एसिड ट्रीप्टोफन होता है, जो कि न्यूरोट्रांसमीटर के लेवल को बढ़ाता है. इससे चक्कर नहीं आते हैं.
फल – फलों की यह खासियत है कि वह बहुत जल्दी पच जाते हैं, लेकिन कम समय में जरूरी पोषण और ऊर्जा के लिए बहुत अच्छे होते हैं. इसके अलावा आपको सामान्य पानी की जगह नारियल का पानी पीनी चाहिए. इससे शरीर को जरूरी मिनरल्स मिलते हैं, जिससे पेट भी स्वस्थ बना रहता है.
ककड़ी – इस महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं, तो प्यास से बचने के लिए ककड़ी का सेवन करना चाहिए.
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पूजा के लिए आवश्यक सामग्री :
करवा चौथ के दिन करवा चौथ थाली को भी खास तरीके से सजाया जाता है. करवा चौथ की थाली के आवश्यक सामग्रियों में दीया (मिट्टी का दीपक), करवा (घड़ा, जिसमें पानी भरा होता है), अगरबत्ती, माचिस, मिठाई, फूल, फल, अनाज, कुमकुम, रोली, हल्दी, अक्षत, चंदन इत्यादि शामिल हैं. इसके अलावा चंद्रमा की पूजा के लिए एक दीया, करवा चौथ का कलश, सजायी हुई छलनी, थाली ढंकने के लिए कपड़े का टुकड़ा, धूप, कपूर, चावल, कुमकुम, चंदन पावडर, मिठाई, सूखे मेवे इत्यादि की जरूरत होगी. चांद देखने के लिए पूजा की थाली में एक छलनी जरूर रखें.

ऐसे सजाएं थाली और चलनी :
करवा चौथ पूजा की थाली को फूलों और पत्तियों से सजाया जाता है. थाली को सजाने के लिए कुछ लोग डेकोरेटिव पीस का उपयोग भी करते हैं. करवाचौथ व्रत थाली थोड़ी बड़ी होनी चाहिए, ताकि उसमें पूजा की सामग्रियों को ठीक तरह से रखा जा सके. अपनी थाली को पारंपरिक लुक देने के लिए आप वेल्वेट के कपड़े या कॉटन के खूबसूरत लेस का इस्तेमाल कर सकती हैं. आप करवा चौथ व्रत की थाली को सजाने के लिए यह वीडियो देख सकते हैं.
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