हेल्लो दोस्तों मकर संक्रांति के दिन सूर्य उत्तरायण होता है और मकर राशि में प्रवेश करता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव अपने पुत्र शनि के घर जाते हैं. मकर संक्रांति से ही ऋतु परिवर्तन भी होने लगता है. शास्त्रों के अनुसार इस दौरान स्नान-दान से कई गुना फल प्राप्त होता है. इस दिन सूर्यदेव की विधि विधान के साथ पूजा करने पर व्यक्ति को मनचाहा वरदान मिलता है. Makar Sankranti Ka Mahatv
मकर संक्रांति हिन्दुओं का प्रमुख पर्व होता है. पौष मास में जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है, तब ये पर्व मनाया जाता है. इस साल मकर संक्रांति का पर्व 14 जनवरी को मनाया जाएगा. मकर संक्रांति से ही ऋतु परिवर्तन भी होने लगता है. इस दिन स्नान और दान-पुण्य जैसे कार्यों का विशेष महत्व माना जाता है. मकर संक्रांति के दिन खिचड़ी बनाने और खाने का खास महत्व होता है. इसी कारण इस पर्व को कई जगहों पर खिचड़ी का पर्व भी कहा जाता है.
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ऐसी मान्यता है कि इसी त्यौहार पर सूर्य देव अपने पुत्र शनि से मिलने के लिए आते हैं. सूर्य और शनि का सम्बन्ध इस पर्व से होने के कारण यह काफी महत्वपूर्ण हो जाता है. आम तौर पर शुक्र का उदय भी लगभग इसी समय होता है इसलिए यहां से शुभ कार्यों की शुरुआत होती है. अगर कुंडली में सूर्य या शनि की स्थिति खराब हो तो इस पर्व पर विशेष तरह की पूजा से उसको ठीक कर सकते हैं.
मकर संक्रांति मुहूर्त :
मकर संक्रांति के दिन पुण्य काल- दोपहर 02.43 से शाम 05.45 तक
पुण्य काल की कुल अवधि- 03 घंटे 02 मिनट
मकर संक्रांति के दिन महा पुण्यकाल – दोपहर 02.43 से 04:28 तक

मकर संक्रांति को क्या करें? :
इस दिन प्रातःकाल स्नान कर लोटे में लाल फूल और अक्षत डाल कर सूर्य को अर्घ्य दें.
सूर्य के बीज मंत्र का जाप करें.
श्रीमदभागवद के एक अध्याय का पाठ करें या गीता का पाठ करें.
नए अन्न, कम्बल, तिल और घी का दान करें.
भोजन में नए अन्न की खिचड़ी बनाएं.
भोजन भगवान को समर्पित करके प्रसाद रूप से ग्रहण करें.
संध्या काल में अन्न का सेवन न करें.
इस दिन किसी गरीब व्यक्ति को बर्तन समेत तिल का दान करने से शनि से जुड़ी हर पीड़ा से मुक्ति मिलती है.
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इस दिन किन चीजों को दान करना शुभ :
मकर संक्रांति के दिन खिचड़ी दान करने से घर में सुख और शांति आती है.
इस दिन गुड़ और तिल दान करने से कुंडली में सूर्य और शनि की स्थिति ठीक होती है.
जिन लोगों पर शनि की साढ़े साती का प्रभाव होता है. उन्हें इस दिन तांबे के बर्तन में काले जिल को भरकर किसी गरीब को दान करना चाहिए.
अगर किसी व्यक्ति का बुरा समय चल रहा है तो उसे मकर संक्रांति के दिन नमक का दान करना चाहिए.
मकर संक्रांति के दिन घी का दान करना अच्छा माना जाता है इससे माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है.
मकर संक्रांति के दिन अनाज दान करने से मां अन्नपूर्णा का खास आशीर्वाद मिलता है.

मकर संक्रांति के दिन राशिनुसार करें दान :
मेष राशि- मेष राशि के जातकों को मकर संक्रांति के दिन गुड, तिल का दान करना चाहिए.
वृषभ राशि- वृषभ राशि के जातकों को मकर संक्रांति के दिन सफेद तिल और सफेद कपड़ा दान करना चाहिए.
मिथुन राशि- मिथुन राशि के जातकों को मकर संक्रांति के दिन चावल, मूंग दाल का दान करना चाहिए.
कर्क राशि- कर्क राशि के जातकों को मकर संक्रांति के दिन सफ्द कपड़े और चावल का दान करना चाहिए.
सिंह राशि – सिंह राशि के जातकों को मकर संक्रांति के दिन सोने या तांबे की चीजें दान करनी चाहिए.
कन्या राशि- कन्या राशि के जातकों को मकर संक्रांति के दिन हरे कपड़े, हरी मूंग दाल दान करनी चाहिए.
तुला राशि- तुला राशि के जातकों को मकर संक्रांति के दिन कंबल या चीनी दान करनी चाहिए.
वृश्चिक राशि- वृश्चिक राशि के जातकों को मकर संक्रांति के दिन काला तिल, लाल कपड़ा दान करना चाहिए.
धनु राशि- धनु राशि के जातकों को मकर संक्रांति के दिन गुड़, तिल, चावल का दान करना चाहिए.
मकर राशि- मकर राशि के जातकों को मकर संक्रांति के दिन चावल, गुड और तिल का दान करना चााहिए.
कुंभ राशि- कुंभ राशि के जातकों को मकर संक्रांति के दिन खिचड़ी, तिल, काली उड़द दाल दान करनी चाहिए.
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मकर संक्रांति का महत्व :
मकर संक्राति के पर्व को कहीं-कहीं उत्तरायण भी कहा जाता है. मकर संक्राति के दिन गंगा स्नान, व्रत, कथा, दान और भगवान सूर्यदेव की उपासना करने का विशेष महत्त्व है. इस दिन किया गया दान अक्षय फलदायी होता है. इस दिन शनि देव के लिए प्रकाश का दान करना भी बहुत शुभ होता है. पंजाब, यूपी, बिहार और तमिलनाडु में यह समय नई फसल काटने का होता है. इसलिए किसान इस दिन को आभार दिवस के रूप में भी मनाते हैं. इस दिन तिल और गुड़ की बनी मिठाई बांटी जाती है. इसके अलावा मकर संक्रांति के दिन पतंग उड़ाने की भी परंपरा है.