अक्सर हम छोटे बच्चों को अंगूठा चूसता हुआ देखते हैं, ये बच्चों में एक सामान्य सी आदत होती है। कुछ बच्चों की अंगूठा चूसने की आदत पैरेंट्स के लिए मुसीबत बन जाती है। उन्हें सोशल एटिकेट्स से लेकर पर्सनल हाइजिन तक की चिंता सताने लगती है। बच्चें कुछ कारणों के वजह से अंगूठा चूसते हैं, अगर उन्हें समय रहते उनकी ये आदत नहीं छुड़ाई गई तो इसके गलत परिणाम भी भुगतने पड़ सकते हैं। आइए सबसे पहले जानते है कि आखिर बच्चें क्यों अंगूठा चूसते हैं? Why Do Babies Suck Their Thumb
अधिकतर बच्चे बचपन में अंगूठा चूसते है। चार वर्ष की उम्र तक यह प्रक्रिया सामान्य मानी जाती है। यदि बच्चा छह साल के बाद भी अंगूठा चूसे तो ध्यान देना बेहद जरूरी है।
बच्चों के अंगूठा चूसने से मां-बाप का परेशान होना स्वाभाविक है। वहीं, इस आदत से बच्चों को शारीरिक नुकसान की आशंका बनी रहती है। दरअसल, मां-बाप को लगता है कि इस बचकानी आदत की वजह बेडौल दांत है, जो बच्चों की मानसिक स्थिति पर प्रतिकूल प्रभाव डालती है।
विषयसूची :
भूख की वजह से :
कई बार जब बच्चा भूखा हो और उसे समय पर दूध या खाना ना मिले तब वह अपना अंगूठा चूसना शुरू कर देता है।
आराम के लिए :
आपको जानकर थोड़ी हैरानी होगी, अंगूठा चूसने की वजह से बच्चों को पॉटी करने में आराम मिलता है। जी हां, इस दौरान उनको भी थोड़ा बहुत स्ट्रेसफुल महसूस होता है इसलिए वो कम्फर्ट फील करने के लिए अंगूठा चूसते है।
तनाव की वजह से :
आपको क्या लगता है सिर्फ बड़ों को ही स्ट्रेस होता है, बच्चों को भी स्ट्रेस होता है। जब हम तनाव में होते है तब कुछ की तो भूख ही मर जाती हैं, वहीं कुछ को ज्यादा भूख लगने लगती है। ऐसा ही बच्चों के साथ भी होता हैं। जब कभी आपका बच्चा तनाव की स्थिति में होता है, तब उसका मन कुछ खाने को करता है। ऐसे में अगर खाने की कोई चीज उनके आसपास मौजूद नहीं होती है, तो वे अंगूठा चूसने लगते हैं।
अंटेशन पाने के लिए :
कई बार बच्चें अंटेशन पाने के लिए अंगूठा चूसना शुरु कर देते है। अगर काफी देर से मां-बाप बच्चें के आस-पास नहीं आते है तो असुरक्षा की भावना और माता-पिता से प्यार न मिल पाने के कारण भी वो ऐसा करना शुरु कर देते हैं।
इस तरह छुड़ायें ये आदत –
ज्यादा समय बिताएं :
जब भी आपका बच्चा अकेला महसूस करता है तो वह अंगूठा जरूर चूसता है इसलिएआप उसके साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताएं उसके दिमाग को इधर-उधर भटकाएं ताकि बच्चा बोर ना हो और वो मुंह में अंगूठा न डालें।
खाने को कुछ न कुछ देती रहें :
थोड़ी-थोड़ी देर में आप अपने बच्चें को कुछ न कुछ खाने के लिए जरुर दें। बच्चों को बार-बार खाने की चीज़े दें। जैसे- फल, दलिया या दूध आदि। इससे उसका पेट भरा रहेगा और वह अंगूठा मुंह में नहीं डालेगा।
नीम और नींबू :
बच्चें के अंगूठे पर नींबू का रस या नीम का पेस्ट लगा दें। नींबू की खटास और नीम के कड़वेपन की वजह से बच्चा अपना अंगूठा मुंह में लेना बंद कर देगा।
थंब गार्ड लगा लें :
आप चाहे तो अपने बच्चें के अंगूठे को टेप या कपड़े से टाइट बांध सकती है। इसके अलावा मार्केट में मिलने वाले थंब गार्ड से बच्चें के अंगूठे को कवर कर सकती है। इससे वो अंगूठा नहीं चूसेगा।
मुंह में डाल दे निप्पल :
मार्केट में कई प्रकार की चीज़े उपलब्ध हैं जिससे बच्चे की त्वचा और नाखून को बचाया जा सकता है। उसके मुंह में निप्पल या शुगर कैंडी डाल दें जिससे वह अपने अंगूठे को मुंह में न डाल सके। उसका ध्यान अंगूठे की ओर से हटा कर खिलौने, पज्जल या गाने की ओर आकर्षित करें।
प्यार से बात करें :
अगर आपका बच्चा बार-बार मुंह में अंगूठा डाल रहा है तो फिर से बच्चे के सामने कभी भी गुस्सा या झुंझलाहट न दिखाएं। इसलिए जब वो अगली बार ऐसा करता हुआ दिखे तो उससे प्यार से बात करें।