हेल्लो दोस्तों, मैं निधि स्वागत करती हूँ आप सभी का आपकी अपनी साईट पर. आज मैं आपको बताने वाली हूँ की अगर बच्चा लड़ाता है आपसे जबान तो ये टिप्स अपनाये , कई बार बच्चे माता-पिता की बातों का ठीक से जवाब नहीं देते या चिल्ला कर जवाब देते हैं। उनके एेसे व्यवहार से माता-पिता का आहत होना स्वाभाविक ही है, परंतु माता-पिता को एेसे समय पर अपने बच्चों को समझाना चाहिए, उनका दिल टटोलना चाहिए। यदि बच्चों के उग्र के व्यवहार को माता-पिता सही दिशा नहीं देते हैं, तो बच्चे लागातार उसी तरह का व्यवहार को संतुलित किया जा सकता है। Improved Child Behavior
1. उसकी बात सुनें
जब भी पलट कर जबाव दे तो माता-पिता को अपनी प्रतिक्रिया बहुत सावधानी से देनी चाहिए, क्योंकि यह बच्चे के साथ उनके संबंधों को खराब कर सकती है। जब बच्चा गुस्से में हो, तब उसके प्रति अधिक उदार बनने की जरूरत है। एेसे में यदि आप सख्ती से पेश आएंगे तो बच्चे को लगेगा कि आप उसे कुछ भी बोलने की इजाजत नहीं दे रहे। इसकी अपेक्षा उसके मन में जो भी बात है, उसे निकल जाने दें।
अक्सर माता-पिता बच्चे से यह कहते सुने जा सकते हैं कि हम तुम्हारे माता-पिता हैं और तुम इस तरह कैसे बात कर सकते हो…, तो यह बात बच्चे को और चिढ़ाने वाली ही होगी। यदि आप एेसे में बच्चे से यह कहें कि उस विषय पर आप उसके साथ बाद में बात करेंगे तो यह एक बेहतर तरीका होगा।
2. बच्चे की परेशानी जानें
बच्चे के चिढ़ने पर माता-पिता का गुस्सा जायज नहीं होगा, बल्कि बच्चे के चिढ़ने की वजह जानने की कोशिश करनी चाहिए। हो सकता है बच्चा इसलिए गुस्सा कर रहा हो क्योंकि वह स्कूल में खुद को ठीक परिस्थितियों में ना पा रहा हो। स्कूल के होमवर्क का दबाव भी उसे चिढ़ा सकता है। जब भी वह पलट कर जवाब दे, तो शांति के साथ उससे पूछें कि आज उसके साथ क्या हुआ। वह बहुत सहजता के साथ आपके बातचीत करेगा।
3. बातचीत से समझाएं
जब भी बच्चा तेज आवाज में आपको फ्लट कर जवाब दे, तो उसे बहुत शांति के साथ समझाएं कि उसका इस तरह का व्यवहार ठीक नहीं हैं। बच्चे अक्सर अपने दोस्तों को देखकर इस तरह का व्यवहार करना सीखते हैं और यदि उन्हें समझाया जाए कि इस तरह के व्यवहार के कारण उन्हें कोई पसंद नहीं करेगा, तो वे इस तरह का व्यवहार दोबारा नहीं करेंगे।
4. वह आप से ही सीखता है
यदि आप बच्चों को कुछ सिखाना चाहते हैं,तो उसके लिए आपको खुद मॉडल बनना होगा। यदि माता-पिता आपस में ठीक से बातचीत नहीं करते या सही संबोधनों का प्रयोग नहीं करते या एक-दूसरे से ऊंची आवाज में बात करते हैं, तो बच्चे भी उन चीजों को सीखते हैं, इसलिए यदि बच्चे को उचित व्यवहार सिखाना है, तो माता-पिता को आपस में अच्छा व्यवहार करना होगा।
5. उसकी तारीफ करें
जब भी बच्चे कोई अच्छा काम करते हैं, तो उनकी तारीफ करने से ना चूंके। एेसा होना पर अगली बार वे उस तरह का व्यवहार करने को प्रेरित होंगे।