आचार्य चाणक्य जी के बारे में कौन नहीं जानता है आज के युग में कोई भी राजनीतिक हो या कार्य उनके द्वारा लिखे गए कार्यों को हमेशा इंसान पड़ता है क्योंकि वह हर प्रकार से रातों को खोलने के उपाय तथा नीतियां बता रखी है आज हम चाणक्य के द्वारा बताए गए उन नीतियों के बारे में बात करने जा रहे हैं जिनमें उन्होंने बताया है कि शादीशुदा महिलाओं को यह छः कार्य कभी भी नहीं करनी चाहिए आइए जानते हैं वह कौन से 6 कार्य हैं। Married Women Should Not Do This Work
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शास्त्रों और ज्योतिष का बेहद महत्वपूर्ण प्रभाव हमारे जीवन पर होता है और इनके उपाय और सुझाव हमारे जीवन की परेशानियों को दूर करते है। आज हम आपको बता रहे है विवाहित नारी के लिए ऐसे बहुमूल्य वचन जो जीवन भर उनके काम आते है और अच्छे सामाजिक जीवन के लिए बहुत जरूरी भी है।
पराए घर में ना रहे
जो स्त्रियां किसी पराए घर में रूकती है उनकी छवि को समाज गलत नजर से देखता है इसीलिए उनको किसी भी पराए घर में नहीं रुकना चाहिए और साथ ही पराए लोगों पर भरोसा करना हानिकारक भी साबित हो सकता है।

अपनों की उपेक्षा ना करें
जब कभी घर में कोई सामाजिक एवं घरेलू मौके आते हैं तब स्त्रियों को काफी बातें बुरी लगती है किंतु कभी भी उनको ऐसा नहीं करना चाहिए, अपने मन को काबू में रख कर शांतिपूर्ण वातावरण बनाने का प्रयास करना चाहिए। ऐसा कोई भी कार्य ना करें जिससे परिवार के लोगों का अपमान हो साथ ही कभी भी अपने शुभचिंतक लोगों का उपेक्षा ना करें और ना ही पराए लोगों के प्रति उनके सम्मुख स्नेह प्रकट करें।
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बुरे लोगों से दूर रहें
यह सबसे महत्वपूर्ण बात है हमेशा स्त्रियों को बुरे व्यवहार करने वाले लोगों से एवं बुरे चरित्र के लोगों से दूरी बनाए रखना चाहिए उनकी संगत में नहीं आना चाहिए अन्यथा आप भी किसी भी मुसीबत में कभी भी फंस सकते हैं क्योंकि जिन लोगों का सोच खराब होती है वह किसी को भी नुकसान पहुंचाने में किसी प्रकार की विचार नहीं करते हैं एवं आप उनकी बुरी आदतों के आदी भी हो सकते हैं।
घरेलु मामलों में संयम
स्त्रियों को स्वभाव से बातूनी और भावुक कहा जाता है और कई बार भावावेश में आकर स्त्रियां छोटे घरेलु मामलों को काफी बड़ा बना देती है। ऐसे में कुछ भी बोलने से पहले उसपर विचार जरूर कर लेना चाहिए और अनावश्यक दबाव में नहीं आना चाहिए।

घर के भेद अपने तक रखें
नारी एक घर का अभिन्न अंग होती है जिन्हें घर में होने वाली हर छोटी बड़ी बातों का ज्ञान होता है। ऐसे में कई बार कुछ ऐसी बातें भी होती है जो अगर घर तक ही सीमित रहें तभी अच्छा होता है। इसलिए बाहरी लोगों से बात करते हुए सावधानी बरतनी चाहिए और अपने घर के भेद नहीं बताने चाहिए।
विरह से बचना चाहिए
शास्त्रों के अनुसार किसी भी औरत को अपने पति से ज्यादा समय के लिए दूर नहीं रहना चाहिए। जीवन साथी से दूर रहने वाली स्त्री को समाज में कई प्रकार की मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। पति के साथ रहने से स्त्री अधिक सशक्त और सुरक्षित रहती है।
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